नई दिल्ली :वर्ष 2021 के बाद इस बार छोटी दीपावली पर सबसे अधिक प्रदूषण है. 30 अक्टूबर की सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 307 दर्ज किया गया, जबकि छोटी दीपावली के दिन वर्ष 2020 में दिल्ली का एक्यूआई 296 दर्ज किया गया था. वर्ष 2021 में 314 वर्ष 2022 में 259 और वर्ष 2023 में 220 दर्ज किया गया था. दीपावली पर आतिशबाजी से दिल्ली समेत पूरे एनसीआर के हवा की गुणवत्ता खराब हो सकती है.
दिल्ली में एक जनवरी तक पटाखों पर रोक :छोटी दीपावली और दीपावली पर लोग जमकर आतिशबाजी करते हैं. इससे दिल्ली समेत पूरा एनसीआर गैस का चैंबर बन जाता है. दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए 1 जनवरी तक पटाखों के निर्माण भंडारण बिक्री और आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन एनसीआर में दिल्ली से बाहर गाजियाबाद नोएडा गुरुग्राम फरीदाबाद समिति अन्य शहरों में पटाखों की खुलेआम बिक्री हो रही है.
पटाखों की ऑनलाइन डिलीवरी: दिल्ली में चोरी छिपे पटाखे की बिक्री और ऑनलाइन डिलीवरी हो रही है. हालांकि दिल्ली सरकार पटाखों पर प्रतिबंध के लिए सख्ती बरत रही है. 19 टन से अधिक पटाखे दिल्ली पुलिस अभी तक जब्त कर चुकी है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रतिबंध के बाद भी पटाखे की बिक्री पर नाराजगी जाहिर करते हुए हाल ही में पर्यावरण विभाग पुलिस और अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सख्ती बरतने का भी आदेश दिया था.
लागू हो सकता है ग्रैप का तीसरा चरण :केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े देखे तो 30 अक्टूबर को दिल्ली का एक्यूआई 307 दर्ज किया गया. दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में है. दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का दूसरा चरण लागू है. छोटी दीपावली पर भी 30 अक्टूबर को दिल्ली एनसीआर में आतिशबाजी देखी जा रही है. आतिशबाजी से प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है. ऐसे में ग्रैप का तीसरा चरण लागू करने की स्थिति बन सकती है. इसके लागू होने के बाद विभिन्न तरीके की पाबंदियां बढ़ा दी जाएगी जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.