लखनऊ: पितृ पक्ष के दौरान वाहन खरीदने से लोगों ने परहेज किया था. इतंजार फेस्टिव सीजन शुरू होने का था, खासकर नवरात्र का. अब जबकि नवरात्र शुरू हो चुके हैं तो खरीदारों ने नए वाहनों में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है. इस बार नई गाड़ियों में इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदारों को खूब रास आ रही है. नवरात्र शुरू होने से शनिवार तक आरटीओ में कुल 1005 वाहन पंजीकृत हुए हैं. इनमें से 237 इलेक्ट्रिक वाहन हैं.
प्रदेश सरकार की तरफ से ईवी खरीदने पर खरीदारों को सब्सिडी मिल रही है और टैक्स से भी छूट है. उत्तर प्रदेश में 14 अक्टूबर 2022 के बाद ई-बस पर 20 लाख रुपये, ई-गुड्स कैरियर्स पर एक लाख, इलेक्ट्रिक कार खरीदने वालों को एक लाख, दो पहिया वाहनों पर पांच हजार रुपये की सब्सिडी मिली है. सरकार इलेक्ट्रिक वाहन की खरीद पर टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस नहीं ले रही है. फीस छूट की सुविधा 2025 तक है. इसी कारण ईवी की बिक्री का ग्राफ तेजी से चढ़ रहा है. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 2018 तक नॉन ईवी की बिक्री बहुत अच्छी थी, लेकिन 2019 में कोविड के बाद इन वाहनों में गिरावट हो रही है.
तीन दिन में वाहनों का पंजीकरण
फ्यूल वाहन रजिस्ट्रेशन
- सीएनजी 16
- डीजल 111
- डीजल हाईब्रिड 01
- इलेक्ट्रिक 237
- पेट्रोल 496
- पेट्रोल-सीएनजी 106
- पेट्रोल-एथेनॉल 03
- पेट्रोल हाईब्रिड 24
सितंबर तक शहर में ईवी की संख्या
- 13457 मोटर साइकिल/स्कूटर
- 8565 थ्री वीलर पैसेंजर
- 1684 मोटर कार
- 154 बस
- 56580 ई-रिक्शा
- 2335 ई-रिक्शा विद कार्ट
- 549 गुड्स करियर
- 13 मोटर कैब
- 562 थ्री वीलर गुड्स