अजमेर : माता नन्दा देवी उत्तराखंड के लोगों की कुलदेवी है. उत्तराखंड राज्य से लाखों लोग देश के कोने-कोने में बसे हुए है. ऐसे में उन्हें कुलदेवी के दर्शन करवाने के उद्देश्य से डोला ( राज यात्रा ) निकाली जाती है. यह राज यात्रा 2800 किलोमीटर का सफर तय करती है. गुरुवार देर शाम को राज यात्रा पुष्कर पहुंची. यहां उत्तराखंड के प्रवासियों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया. शुक्रवार को राज यात्रा में शामिल डोले की शोभायात्रा निकाली गई. उत्तराखंड आश्रम में डोला दर्शन के लिए रखा गया, जहां बड़ी संख्या में लोग दर्शनों के लिए आ रहे हैं.
पर्वतीय समाज अजमेर के अध्यक्ष डॉ. एसएस तड़ागी ने बताया कि उत्तराखंड के लोगों की कुलदेवी मां नन्दा देवी की राज यात्रा जोधपुर से देर रात को पुष्कर पहुंची, जहां पर्वतीय समाज की ओर से यात्रा का स्वागत किया गया. उत्तराखंड आश्रम में विश्राम के बाद शुक्रवार को पुष्कर में शोभायात्रा निकाली गई. शोभा यात्रा उत्तराखंड आश्रम से गऊघाट, बद्री घाट, कुर्वाचल घाट, वराह घाट चौक, गौतम आश्रम होते हुए वापस आश्रम पहुंचने पर संपन्न हुई. डॉ. तड़ागी ने बताया कि इससे पहले डोले को पूर्वांचल घाट पर उत्तराखंड के पुश्तैनी तीर्थ पुरोहित पंडित सतीश चंद्र तिवाड़ी ने पूजा अर्चना करवाई. इसके बाद उत्तराखंड आश्रम में डोले को भक्तों के दर्शनार्थ रखा गया. उन्होंने बताया कि शाम को डोला (राज यात्रा ) जयपुर के लिए विदा की जाएगी.