रुद्रप्रयाग: केदारपुरी के रक्षक भुकुंट भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भुकुंट भैरवनाथ का आशीर्वाद लिया. केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने से पूर्व भैरवनाथ के कपाट मंगलवार या शनिवार को बंद करने की परंपरा है, जिसका पालन सदियों से किया जा रहा है.
भुकुंट भैरवनाथ मंदिर के कपाट बंद:बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि भैयादूज पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. बाबा केदारनाथ के कपाट बंद होने से पूर्व केदारपुरी के रक्षक भुकुंट भैरवनाथ के कपाट बंद करने की परंपरा है. उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर से पुजारी और बीकेटीसी के अधिकारी भगवान शंकर की शिवलिंग लेकर भुकुंट भैरवनाथ मंदिर पहुंचे और जलाभिषेक कर उनकी पूजा अर्चना की. इसके बाद प्रसाद लगाकर दोपहर डेढ़ बजे भगवान केदारनाथ के द्वारपाल रक्षक भुकुंट भैरवनाथ के कपाट बंद कर दिए गए.