तेजस्वी यादव ने पत्नी के साथ पूजा की. (ETV Bharat) पटनाः सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, खासकर सोमवारी के दिन को पवित्र माना जाता है. इस पावन अवसर पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी पत्नी और बच्चे के साथ पटना के राजवंशी नगर स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और गरीबों को भोजन कराया. तेजस्वी यादव के इस धार्मिक कदम के राजनीतिक मायने भी खास हैं, क्योंकि उनके विरोधी, तेजस्वी यादव के बयानों और नवरात्र में मछली खाने को लेकर उन्हें हिंदू विरोधी छवि के रूप में प्रस्तुत करते रहे हैं.
तेजस्वी यादव की पत्नी. (ETV Bharat) "आज सावन की सोमवारी है. लंगर में गरीबों को खाना खिलाना था इसीलिए मंदिर आए हैं. पूजा और आस्था सबका अपना अपना है. भगवान से भी हमलोगों ने आशीर्वाद लिया है."-तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी ने गरीबों को खाना खिलाया. (ETV Bharat) किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिएः तेजस्वी यादव से जब सवाल किया गया कि आपके सहयोगी दल और तमिलनाडु के मंत्री हिंदू धर्म के विरोध में बयान देते हैं. भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं. तो तेजस्वी ने कहा कि किसी को भी इस तरह की बात नहीं बोलना चाहिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनलोगों ने क्या कहा है, हमने उनके बयान को नहीं सुना है. लेकिन उनकी वह व्यक्तिगत राय होगी. किसी के भी भावना को ठेस पहुंचाने वाला बयान नहीं देना चाहिए.
गरीबों को खाना खिलाया. (ETV Bharat) सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करती है भाजपाः तेजस्वी यादव ने आरक्षण के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. कहा कि भाजपा के लोगों को बताना चाहिए कि बिहार में बढ़े हुए आरक्षण का जो मामला है उस पर जो कोर्ट का निर्णय आया है उस पर क्या विचार है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ हिंदू-मुस्लिम करती है. कुछ नहीं करती है. हिंदू मुस्लिम करके वह वोट लेना चाहती है. जबकि आम जनता के भलाई के लिए कोई काम नहीं कर रही है.
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