ऊना: जिला में लगातार 2 दिन शनिवार और रविवार को वंदे भारत पर दो अलग-अलग स्थानों पर हुए पथराव की घटनाओं की जांच तेज हो चली है. देश की प्रीमियम ट्रेन सेवाओं में से एक वंदे भारत ट्रेन को डिरेल करने या फिर उसे नुकसान पहुंचाने के लिए देशभर में हो रही घटनाओं के साथ ही ऊना में हुई पथराव की घटनाओं को जोड़कर देखा जा रहा है.
मंगलवार को टूरिज्म ट्रैफिक और रेलवे विंग के एआईजी विनोद कुमार अपनी पूरी टीम के साथ मामलों की जांच के लिए जिला मुख्यालय ऊना के रेलवे स्टेशन पहुंचे. पुलिस विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों ने लगातार दो दिन वंदे भारत पर हुए पथराव की घटनाओं को लेकर जानकारी हासिल की है. बता दें कि अक्टूबर 2022 में ऊना को वंदे भारत जैसी ट्रेन सेवा मिली थी. 2 सालों में पथराव की तीन घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें से दो घटनाएं शनिवार और रविवार को सामने आई हैं. पुलिस भी इन घटनाओं को हल्के में लेने के बिल्कुल मूड में नहीं है.
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर रजिस्टर कर ली है. टीटीआर के एआईजी विनोद कुमार का कहना है कि, 'हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव को हल्के में नहीं लिया जा सकता, जिसके चलते रेलवे पुलिस को मजबूत बनाने के लिए भी प्रयास शुरू कर दिए हैं, ताकि पेट्रोलिंग और सुरक्षा की दृष्टि से जो भी गैजेट्स पुलिस कर्मचारियों के लिए आवश्यक हों. पुलिस पथराव की इन घटनाओं की जांच में जुट गई है जल्द ही पथराव करने वालों को ढूंढ कर सलाखों के पीछे पहुंचाएगी.'
बता दें कि शनिवार को जहां जिला मुख्यालय के करीबी गांव बसाल में दोपहर के समय वंदे भारत की चार बोगियों पर पत्थर मारे गए हैं. वहीं, रविवार को भी अब वंदे भारत ट्रेन की दो बगियां पर पथराव किया गया. इन दो घटनाओं से पहले 18 अक्टूबर 2022 को भी वंदे भारत के शुरुआती दौर में रेलवे स्टेशन के बिल्कुल करीब अजनोली में भी पथरबाजी हो चुकी है.
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