लखनऊ:प्रदेश के अधिकांश सरकारी मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों का अभाव है. शासन के निर्देश पर कॉलेजों को साक्षात्कार के जरिए संविदा पर शिक्षक नहीं मिल रहे हैं. यही स्थिति रहीं, तो इन कॉलेजों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के अभाव में गुणवत्ता युक्त शिक्षा कैसे मिलेगी. वहीं, चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी.
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) द्वारा मानक अनुरूप शिक्षक पूरे न होने की दशा में बीते दिनों कॉलेजों पर जुर्माना लगाया जा चुका है. इसके बाद राज्य सरकार ने साक्षात्कार के जरिए, संविदा पर शिक्षक नियुक्त करने के निर्देश दिए थे. लगभग एक माह बीतने को है, लेकिन कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या नहीं पूरी हुई है. नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य ने कहा कि सरकारी नौकरी में सख्त नियमों की वजह से कोई चिकित्सक नहीं आना चाह रहे हैं.