अजमेर: राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर शिक्षक से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. शिक्षक के साथ धोखाधड़ी करने वाला भी शिक्षक है. जिसने 38 लाख 87 हजार रुपए हड़प लिए. आरोपी का शिक्षक के साथ एक अभ्यर्थी को पास करने का 8 लाख रुपए में सौदा हुआ था. वहीं ठग की बातों में आकर पीड़ित शिक्षक ने अपने अन्य परिचत लोगों को भी ठग से मिला दिया था.
क्लॉक टावर थाना प्रभारी दिनेश चौधरी ने बताया कि मलुसर रोड निवासी नरेंद्र पाल ने थाने में शिकायत दी है कि 2021 में वह न्यू मॉडल सेकेंडरी स्कूल में नौकरी के लिए गया था. जहां स्कूल में भानु प्रताप नाम के एक शिक्षक से उसकी मुलाकात हुई थी. भानु प्रताप जयपुर रोड स्थित मीर शाह अली क्षेत्र में अपनी बहन के मकान में रहता था. भानू प्रताप के झांसे में आकर उसने और उसके परिचितों ने आरोपी को पैसे दिए थे. इसके बाद जब आरोपी से संपर्क किया, तो वह 2 माह पहले से फरार है. वहीं आरोपी की बहन के घर पर भी ताला लगा हुआ है. पीड़ित शिक्षक ने पुलिस को बताया कि आरोपी से अच्छी जान पहचान हो गई थी, उसके घर भी उसका आना-जाना था.
आरपीएससी में अधिकारी परिचित:उन्होंने बताया कि आरोपी भानु प्रताप ने उसे झांसा दिया था कि आरपीएससी में उसका एक अधिकारी परिचित है. 2018 में निकली शिक्षक भर्ती में कुछ अभ्यार्थियों को उसने नियुक्तियां दिलवाई थी. जबकि एक वेटिंग लिस्ट अभी ओर भी बाकी है. आरोपी ने झांसा दिया कि यदि कोई B.Ed धारी है तो उसे नियुक्ति दिलवा दी जाएगी.