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सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के तवा जलाशय को रामसर वेटलैंड का दर्जा, जानिए- इसकी क्या है चयन प्रक्रिया - Tawa reservoir Ramsar wetland

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 16, 2024, 1:45 PM IST

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के नाम पर एक और उपलब्धि जुड़ गई है. इस टाइगर रिजर्व को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आर्द्रभूमि स्थल रामसर साइट के रूप में शामिल किया गया है. सतपुड़ा टाइगर से लगे तवा जलाशय में फैले करीब 20050 हेक्टेयर की आर्द्रभूमि का चयन होने पर मध्यप्रदेश में खुशी की लहर है.

Tawa reservoir Ramsar wetland
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के तवा जलाशय को रामसर वेटलैंड का दर्जा (ETV BHARAT)

नर्मदापुरम।तवा जलाशय की आर्द्रभूमि के चनय पर एसटीआर प्रबंधन ने अपने ऑफिशियल मीडिया साइट पर जानकारी साझा करते लिखा है "सतपुड़ा के तवा जलाशय को प्रतिष्ठित अंतराष्ट्रीय रामसर वेटलैंड पदनाम मिला." वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा "ये उपलब्धि मध्यप्रदेश के लिए भी गर्व का विषय है." सीएम ने प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. सीएम ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण के अंतर्गत आर्द्रभूमि (Wetland) के संरक्षण के हर संकल्प के लिए मध्यप्रदेशवासी भी जागरूक और दृढ़ संकल्पित हैं."

तवा जलाशय को रामसर वेटलैंड का दर्जा (ETV BHARAT)

रामसर साइट का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्व

एसटीआर के मुताबिक "रामसर साइट एक आर्द्रभूमि साइट है, जिसे रामसर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्व के लिए नामित किया गया है. अंतर्राष्ट्रीय महत्व के आर्द्रभूमि की पहचान के मानदंडों को पूरा करने वाले अद्वितीय सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और मनोरंजक मूल्यों को यह मान्यता दी जाती है. पार्क ने 2 साल पहले इस प्रतिष्ठित पदनाम के लिए दस्तावेज़ जमा किए थे. संबंधित निकाय द्वारा परिश्रम के बाद यह सम्मान तवा जलाशय को दिया गया है, जो राज्य में 5वीं ऐसी साइट बन गई है."

तवा जलाशय का दृश्य (ETV BHARAT)

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सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के नाम पर एक और उपलब्धि (ETV BHARAT)

बता दें कि रामसर साइट आर्द्रभूमि को 1971 में हुए एक कन्वेंशन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व का माना जाता है. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 31 जनवरी को रामसर कन्वेंशन के महासचिव मुसोंडा मुंबा की मौजूदगी में नए रामसर स्थलों के नाम सार्वजनिक किए. मुसोंडा आर्द्रभूमि दिवस के लिए भारत आए थे. गौरतलब है कि सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान मध्य भारत में स्थित है. जहां मध्यम मौसम रहता है. मार्च से जून तक गर्मी का मौसम रहता है और इस दौरान सुबह के समय तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और दिन में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. वहीं, मई और जून के महीने गर्म हवाओं के साथ तापमान चरम पर रहता है, लेकिन ऊपरी क्षेत्रों में तापमान कम रहता है.

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