जमशेदपुरः बिष्टपुर क्षेत्र स्थित चैंबर भवन में टाटा स्टील के ग्लोबल सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन के साथ कोल्हान के सबसे बड़े व्यवसायिक संगठन सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के अंतर्गत व्यवसायियों उद्यमियों की अहम बैठक हुई. इस दौरान चैंबर के सदस्यों ने टाटा स्टील के एमडी से सीधी बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर सवाल किए. इस दौरान टाटा स्टील के एमडी, वीपीसी एस चाणक्य चौधरी, चैंबर के अध्यक्ष विजय आनंद मुनका और चैंबर से जुड़े उद्यमी मौजूद रहे. इस दौरान टाटा स्टील के एमडी ने वैश्विक परिदृश्य में टाटा स्टील के व्यापारिक दृष्टिकोण और टाटा के विकास में जमशेदपुर के स्थानीय व्यवसायियों और उद्यमियों की सहभागिता पर अपनी योजनाओ की जानकारी दी.
एयरपोर्ट निर्माण और उच्च शिक्षण संस्थान खोलने सहित कई मुद्दों पर चर्चाःमौके पर चैंबर के अध्यक्ष विजय आनंद मुनका ने कहा कि आज जमशेदपुर एयरपोर्ट और उच्च शिक्षा की कमी से जूझ रहा है. इसकी कमी से जमशेदपुर का विकास रूक सा गया है. टाटा स्टील को इस मामले में पहल कर जमशेदपुर या इसके आसपास एयरपोर्ट के निर्माण के लिए आगे आना चाहिए. उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना की ओर भी ध्यान देना चाहिए. स्वास्थ्य के क्षेत्र में टीएमएच अस्पताल को मल्टी सुपर हॉस्पिटल बनाने के लिए देश के दूसरे मल्टी सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के साथ टाईअप कर वहां के डॉक्टर्स को बुलाना चाहिए. इससे यहां के लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में और भी अधिक सुविधाएं मिलेंगी और वे इलाज के लिए बाहर नहीं जाएंगे. व्यवसाय को और अधिक विकसित करने के लिए फ्रंट कॉरिडोर की स्थापना हो. जमशेदपुर की सड़कों का चैड़ीकरण टाटा के द्वारा किया जा रहा है, लेकिन आबादी बढ़ने के साथ ही दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं. इसलिए मास्टर प्लान बनाकर टाटा स्टील को काम करने का आग्रह किया.
टाटा स्टील के रिश्ते चैंबर से हो रहे मजबूत-टीवी नरेंद्रनः वहीं इस मौके पर टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी ने कहा कि टाटा स्टील के रिश्ते चैंबर के साथ लगातार मजबूत हो रहे हैं. इससे औद्योगिक विकास अवश्य होगा. टाटा स्टील को आगे बढ़ाने में यहां के मजदूरों ने काफी त्याग किए हैं. यह एक मल्टी जेनेरेशन कंपनी है. पूरे विश्व में चाईना सबसे बड़ा स्टील उत्पादक देश है और हम अभी दूसरे नंबर पर हैं. स्टील के क्षेत्र में काफी तुलनात्मक माहौल है. इसलिए स्टील की दर पर ध्यान देते हुए हमें आगे बढ़ना पड़ रहा है. इसलिए हमें बैलेंस बनाकर काम करना पड़ता है.
एमएसएमई ईकाईयां टाटा स्टील का दें साथः हम अपने शेयर धारकों के प्रति जवाबदेह हैं. ऐसे समय में हमें विक्रेताओं से किफायती दर पर गुणवत्तापूर्ण प्रोडक्ट और सर्विस की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत आज विश्व में सबसे उभरती हुई अर्थव्यवस्था है. पिछले दो-तीन सालों के दौरान देश में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से वृद्धि हुई है. जिसके बाद टाटा स्टील ने भी स्टील आपूर्ति में वृद्धि की है. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील कंपनी घनी आबादी के बीच में अवस्थित है, जो दुनिया में कहीं भी कोई भी स्टील कंपनी नहीं है. इसलिए यहां बहुत ज्यादा एक्सपेंशन करना संभव नहीं है. इसे देखते हुए टाटा स्टील प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए जमशेदपुर के बाहर भी प्रयासरत है. जिसमें कलिंगानगर प्लांट महत्वपूर्ण है.