नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) का पहला संदिग्ध मरीज़ मिला है. बुजुर्ग मरीज का सैंपल नई दिल्ली के एम्स जांच के लिए भेजा गया है. गाजियाबाद की निजी अस्पताल में 90 साल की बुजुर्ग को भर्ती कराया गया था. बुजुर्ग को सर्दी, जुकाम, खांसी और सांस लेने में हो रही परेशानी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. निजी अस्पताल द्वारा स्वास्थ्य विभाग को मामले की जानकारी दी गई. फिलहाल मामला संदिग्ध है, अभी तक एचएमपीवी की मैरिज में पुष्टि नहीं हुई है.
90 साल के बुजुर्ग में सामने आया संदिग्ध मामला :गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन के मुताबिक, 90 साल के बुजुर्ग को कई सालों से सांस की परेशानी है. एहतियात के तौर पर बुजुर्ग के खून का सैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया है. मामला संदिग्ध है, अभी किसी प्रकार की HMPV पुष्टि नहीं हुई है. बुजुर्ग की किसी प्रकार की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. बुजुर्ग के परिवार में किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है. जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों समेत निजी लैब को संदिग्ध मामलों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देने के निर्देश दिए गए हैं.
सैंपल जांच के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया :जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को सैंपल जांच के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने में करीब 15 दिन का वक्त लगता है. गाजियाबाद के सीएमओ कार्यालय द्वारा ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है. एडवाइजरी में बताया गया है की किस तरह से बचाव और सावधानी पर ध्यान देना है. एचएमपीवी वायरस को लेकर गाजियाबाद के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ राकेश कुमार गुप्ता द्वारा एडवाइजरी में 12 पॉइंट्स के जरिए वायरस से संबंधित जानकारी और बचाव के तरीके बताए गए हैं.
गाजियाबाद में एचएमपीवी का संदिग्ध मामला आया सामने (ETV BHARAT) सर्दी-जुकाम एवं फ्लू जैसे लक्षणों के साथ होता है संक्रमण :"HMPV एक सामान्य Respiratory Virus है, विगत कई दिनों से चीन के कुछ प्रदेशों में Respiratory Symptoms वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. ह्यूमन मेटोन्यूमो वायरस (HMPV) श्वसन तंत्र रोगों के समान ही सामान्य ही सर्दी-जुकाम एवं फ्लू जैसे लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में परिलक्षित होता है. शीत ऋतु में विभिन्न श्वसन तंत्र सम्बन्धित रोगों यथा सीजनल इन्फ्लूएंजा aur Influenza like illness (ILI) और Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के प्रसार की संभावना भी बढ़ जाती है. यदि किसी व्यक्ति में लक्षण पाये जाते है तो वह नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डॉक्टर से निःशुल्क परामर्श प्राप्त कर सकता है.
० गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी
क्या करें
• बच्चों, बुजर्गो और किसी अन्य गम्भीर रोग से ग्रसित लोगो में विशेष सावधानी बरती जाये.
• छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें.
• भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें.
• साबुन पानी से हाथों को स्वच्छ रखें.
• अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें और पौष्टिक आहार लें.
• सर्दी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श लें और चिकित्सकीय परामर्श पर ही औषधि का सेवन करें.
• लक्षण होने पर स्वस्थ लोगों से दूरी बनाकर रखें.
क्या न करें
• हाथ मिलाने से परहेज करें.
• इस्तेमाल किये गये टिश्यू पेपर और रूमाल का पुनः उपयोग न करें.
• लक्षण ग्रसित लोगों से नजदीकी सम्पर्क से बचें.
• बिना चिकित्सीय परामर्श के औषधि का इस्तेमाल न करें.
• बार-बार आँख, नाक व मुँह को छूने से बचें सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें.
Conclusion: