इस साल 2024 में भारत पर नहीं पड़ेगा सूतक काल या ग्रहण का प्रभाव, जानिए क्या है वजह
Surygrahan And Chandrgrahan 2024 हर साल का तरह साल 2024 में भी चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण पड़ेंगे. विश्व के दूसरे देशों में सूतक या ग्रहण काल का प्रभाव रहेगा, लेकिन भारत में यह मान्य नहीं होगा. इस साल चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के दौरान भारत में सूतक या ग्रहण काल नहीं होगा. ज-ानिए इसके पीछे क्या वजह है और इससे भारत वासियों को क्या लाभ मिलेगा.
रायपुर: साल 2024 में 2 चंद्र ग्रहण और 2 सूर्य ग्रहण पड़ेंगे. भारत में इस दौरान सूतक या ग्रहण काल का प्रभाव नहीं रहेगा, लेकिन विश्व के दूसरे देशों में यह मान्य होगा. ऐसे में भारत में रहने वालों पर ग्रहण काल के दौरान कोई विशेष सावधानी बरतनी की जरूरत भी नहीं है.
साल 2024 में कब-कब होगा ग्रहण: साल 2024 में पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को होगा और दूसरा चंद्रग्रहण 18 सितंबर को होगा. इसी तरह साल 2024 में पहला सूर्य ग्रहण 8 और 9 अप्रैल की मध्य रात्रि को होगा. दूसरा सूर्य ग्रहण 2 और 3 अक्टूबर की मध्य रात्रि को होगा.
अप्रैल में साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण: साल 2024 में पहला सूर्य ग्रहण 8 और 9 अप्रैल की मध्यरात्रि को होगा. सूर्य ग्रहण रात में 9 बजकर 12 मिनट पर लगेगा और मध्य रात्रि 1:25 पर समाप्त हो जाएगा. इस ग्रहण की ड्यूरेशन 4 घंटे 39 मिनट की होगी. इसका सूतक काल 8 और 9 अप्रैल सुबह 9:12 पर प्रारंभ होगा, क्योंकि सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले शुरु हो जाता है.
क्यों भारत में मान्य नहीं होगा सूतक काल: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस देश में ग्रहण दिखाई देता है, सूतक का प्रभाव भी वहीं पड़ता है. ऐसे में जब ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इस वजह से सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. इसी तरह साल के पहले सूर्य ग्रहण दक्षिण पश्चिमी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, उत्तरी ध्रुव, दक्षिणी ध्रुव पर दिखाई देगा. इस वजह से इसका सूतक काल भी इन देशों में मान्य होगा.
अक्टूबर में साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण: साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 और 3 अक्टूबर की रात में लगेगा. भारतीय समय के अनुसार. 2 अक्टूबर की रात 9:13 से दूसरा सूर्य ग्रहण शुरु होगा, जो मध्य रात्रि 3:17 तक रहेगा. ग्रहण काल का समय 6 घंटे 4 मिनट होगा. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत और अटलांटिक महासागर, दक्षिणी ध्रुव में देखा जाएगा, लेकिन भारत में यह नहीं दिखेगा. इसलिए भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
मार्च में साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण: साल 2024 में पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लगेगा. इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया के बाहरी किनारो से होकर गुजरता है. ग्रहण काफी कमजोर होगा, इस वजह से इसे पूर्ण या आंशिक ग्रहण की तुलना में खुले आंखों से देखना कठिन होगा. यह चंद्र ग्रहण यूरोप, उत्तर पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्से अफ्रीका के कुछ हिस्से उत्तर और दक्षिणी अमेरिका में दिखाई देगा. इसके अलावा प्रशांत महासागर, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका में भी दिखेगा. भारतीय समय के मुताबिक, यह सुबह 10:23 से दोपहर 3:00 बजे तक चलेगा. भारत में दिखाई नहीं देने की वजह से यह हमारे देश में मान्य नहीं होगा.
सितंबर में साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण: साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण एक आशिक चंद्र ग्रहण होगा, जो 18 सितंबर को लगेगा. यह ग्रहण भी भारत में नहीं दिखेगा. यह यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में दिखेगा. इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा का एक छोटा सा हिस्सा ही गहरी छाया में प्रवेश करेगी. भारतीय समय के अनुसार, 18 सितंबर की सुबह 6:11 से चंद्र ग्रहण शुरू होगा, जो सुबह 10:17 तक रहेगा. इस ग्रहण की अवधि 4 घंटा 6 मिनट होगी.