करनाल: भारत में हिंदू पंचांग कैलेंडर के अनुसार चैत्र महीने की एकादशी से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत मानी जाती है. वहीं तीसरा नव वर्ष सूर्य कैलेंडर के अनुसार होता है. सूर्य 12 महीनों के दौरान 12 अलग-अलग राशियों में प्रवेश करके एक महीना विराजमान रहता है. सूर्य कैलेंडर की शुरुआत तब होती है जब सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करता है.
13 अप्रैल को सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करने जा रहा है. जिसको सूर्य कैलेंडर वर्ष की शुरुआत भी कहा जाता है. सूर्य की राशि परिवर्तन करने से कई राशियों पर इसका अच्छा तो कई पर बुरा परिणाम भी पड़ता है तो आईए देखते हैं कि कौन सी राशि के लिए यह अच्छा रहेगा और कौन सी राशि के लिए नहीं.
कब होगा सूर्य राशि परिवर्तन
पंडित हरे राम शर्मा ने बताया कि जैसे अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 12 महीने का 1 साल होता है उसी प्रकार सौरमंडल में भी सूर्य की गति और राशि परिवर्तन के आधार पर साल माना जाता है. लेकिन इसमें सूर्य के राशि परिवर्तन के आधार पर अनुमान लगाया जाता है कि कौन सा महीना चल रहा है और कब नया साल शुरू होगा. इस बार सूर्य देवता 13 अप्रैल को रात के 8:51 मिनट पर सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे जो 1 महीने के लिए 14 मई तक इस राशि में गोचर करते रहेंगे.
सूर्य के राशि परिवर्तन से खरमास की होगी समाप्ति, मांगलिक कार्य होंगे शुरू
13 अप्रैल के दिन सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ ही खरमास या मलमास की भी समाप्ति हो रही है, पिछले काफी समय से खरमास चल रहे हैं. खरमास को अशुद्ध महीना माना जाता है, जिसके चलते किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है. रमास के दिनों में मुंडन, गृह प्रवेश, शादी, नई वस्तु को खरीदने जैसे कामों की मनाही होती है. 13 अप्रैल के दिन सूर्य मीन राशि से निकलकर जैसे ही मेष राशि में प्रवेश करेगा, इस दिन से खरमास समाप्त हो जायेगा.
नवरात्र में सूर्य का राशि परिवर्तन शुभ
सूर्य के राशि परिवर्तन करने से प्रत्येक राशि पर इसका प्रभाव पड़ता है. पंडित हरे राम शर्मा का कहना है कि इस बार सूर्य का राशि परिवर्तन नवरात्रों के दिनों में हो रहा है, जो काफी भाग्यशाली है. पांच राशियों के लिए सूर्य का राशि परिवर्तन काफी अच्छा रहेगा.