कोडरमा: JAC बोर्ड की 10वीं की हिंदी और विज्ञान की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद परीक्षा रद्द होने से परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों की टेंशन बढ़ गई है. आज संस्कृत की परीक्षा देकर बाहर निकले छात्रों ने प्रश्नपत्र लीक मामले को लेकर सरकार से सवाल किए और प्रश्नपत्र लीक करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की.
आपको बता दें कि इससे पहले 18 फरवरी को हिंदी और 20 फरवरी को विज्ञान की परीक्षा हुई थी. 20 फरवरी को विज्ञान की परीक्षा संपन्न होने के बाद जब इस बात की पुष्टि हुई कि सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए प्रश्नपत्र परीक्षा में मिले प्रश्नपत्र से बिल्कुल मिलते-जुलते हैं, तब JAC बोर्ड ने दोनों विषयों की परीक्षा रद्द कर दी.
जैक की ओर से कहा कि इन दोनों विषयों की परीक्षा दोबारा ली जाएगी. आज संस्कृत की परीक्षा देने आए छात्रों ने कहा कि दो विषयों की परीक्षा रद्द होने से उनकी काफी परेशानी बढ़ गई है. एक तरफ उनकी सालों की मेहनत बेकार चली गई, वहीं दूसरी तरफ परीक्षा रद्द होने और दोबारा परीक्षा होने से उनकी कई प्लानिंग को भी धक्का लगा है.
अभ्यर्थियों ने यहां तक कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने के लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार और जवाबदेह है. ऐसे में प्रश्नपत्र लीक करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो. छात्रों ने कहा कि इस तरह के मामले लगातार सामने आते रहते हैं, जिससे छात्रों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है. वहीं अभिभावकों ने कहा कि इस तरह के मामले सामने आने के बाद बच्चों की पढ़ाई तो प्रभावित होगी ही, साथ ही अभिभावकों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा.