रांची: झारखंड स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा में प्रश्न लीक होने के बाद जारी छात्रों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार 31 जनवरी को परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में विद्यार्थी नामकुम स्थित झारखंड कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय पहुंचे. जेएसएससी कार्यालय पहुंचे छात्रों ने इस दौरान आयोग अध्यक्ष की गिरफ्तारी और आयोग पर कांड दर्ज करने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की. नाराज छात्रों ने कहा कि जिस तरह से प्रश्नपत्र लीक हुआ है इसकी जांच सीबीआई से हो और दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए परीक्षा को सरकार तत्काल रद्द करें.
छात्रों के भविष्य के साथ हुआ है खिलवाड़-देवेंद्रःझारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले छात्रों के इस महाघेराव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि जिस तरह से 28 जनवरी को आयोजित जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक हुआ और उसके बाद आयोग ने भी यह माना है कि गड़बड़ी हुई है तो इसकी जांच कराने में आखिर देर क्यों हो रही है. छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने किया है, ऐसे में इस पूरी परीक्षा को रद्द करते हुए आयोग इसकी जांच कराकर दोषी लोगों पर कठोर कार्रवाई करे. यदि ऐसा नहीं होता है तो झारखंड स्टेटस स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले आने वाले समय में और उग्र आंदोलन किया जाएगा.
चार बार आवेदन लिया गया, हर बार रद्द हुई परीक्षाः गौरतलब है कि करीब 10 वर्षों से हो रही स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के लिए झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा अब तक चार बार आवेदन लिया जा चुका है और किन्हीं ना किन्हीं कारणों से परीक्षा रद्द होती रही है. ऐसे में 28 जनवरी और 4 फरवरी को काफी जद्दोजहद के बाद जेएसएससी सीजीएल परीक्षा आयोजित होनी थी, लेकिन पहले दिन 28 जनवरी को तीसरे पत्र का प्रश्न लीक होने के बाद एक बार फिर परीक्षा विवादों में आ गया है.