हजारीबागः जिला के बरकट्ठा प्रखंड के कोनहरा कला गांव में शनिवार को विद्यार्थी सड़क पर प्रार्थना किया और उनकी पढ़ाई भी रोड पर ही हुई. दरअसल, पूरा माजरा यह है कि स्कूल के रास्ते पर ईंट गिरकर रोड बंद कर दिया गया. जिस कारण छात्र स्कूल नहीं पहुंच पाए. ऐसे में नव सृजित प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका ने सड़क पर ही कक्षा लगाई और प्रार्थना भी सड़क पर हुई.
ग्रामीणों के अनुसार गांव के लोग अपनी रैयती जमीन थोड़ी-थोड़ी छोड़कर और लगभग पांच फीट गैरमजरुवा जमीन को मिलाकर 15 फीट जमीन स्कूल रास्ता के लिए रखा गया था. लेकिन विवाद को समाप्त करने को लेकर 2021 में निवर्तमान मुखिया मुंशी पासवान की अध्यक्षता में बैठक कर रास्ता बंद करने वाले इसरैल मियां को चार फीट जमीन अधिक दी गयी. 11 फिट का रास्ता स्कूल के लिए रखा गया.
इस सहमति के बाद इसरैल मियां ने अपनी और ग्रामीणों द्वारा छोड़ी गई जमीन पर घर बनाने के बाद स्कूल के रास्ते को अपना बताकर शनिवार को वहां पर ईंटें गिरा दीं और रास्ते को बंद कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बताया जाता है कि नव सृजित प्राथमिक विद्यालय कोनहारा कलां के स्कूल का रोड बंद होने से रास्ता रोकने वाला इसरैल मियां और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हुई. जिसमें स्कूली बच्चे और ग्रामीण भी घायल हुए हैं. सभी घायलों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा में किया गया. घायल बच्चों में अरुण कुमार, फरीद रजा, तनवीर आलम, सौरव कुमार, शिवानी कुमारी और ग्रामीण अमन पांडेय शामिल हैं.