चंपावत:कुमाऊं एसटीएफ और चंपावत वन विभाग की टीम ने एक वन्य जीव तस्कर को गिरफ्तार किया है. इसके कब्जे से गुलदार की दो खाल बरामद की गयी हैं. एक सप्ताह के अन्दर वन्य जीवों के तस्करों के खिलाफ उत्तराखंड एसटीएफ की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है.
चंपावत में एसटीएफ के हत्थे चढ़ा वन्य जीव तस्कर, गुलदार की दो खालें बरामद - wildlife smuggler arrested
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Aug 3, 2024, 2:09 PM IST
Leopard skin recovered in Champawat वन विभाग, एसटीएफ और पुलिस की सख्ती के बावजूद उत्तराखंड में वन्य जीव तस्कर सक्रिय हैं. एसटीएफ ने चंपावत में दो गुलदारों की खाल तस्करी करके बेचने जा रहे तस्कर को गिरफ्तार किया है. गुलदार की खालों की तस्करी की ये घटना चंपावत जिले की है.
वन्य जीव तस्कर गिरफ्तार:उत्तराखंड एसटीएफ एवं चंपावत वन प्रभाग की संयुक्त कार्रवाई में देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज चंपावत से एक वन जीव तस्कर को दो लेपर्ड की खाल के साथ गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ और वन प्रभाग की टीमों द्वारा पूछताछ में अन्य कई और लोगों के भी अपराध में शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ द्वारा चंपावत क्षेत्र में चंपावत वन प्रभाग की टीम को साथ लेकर वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की गयी है.
दो गुलदारों की खाल बरामद:कार्रवाई में दो गुलदारों की खाल के साथ एक शातिर वन्यजीव तस्कर को गिरफ्तार किया गया है. वन्यजीव तस्करों का लम्बे समय से चंपावत क्षेत्र से वन्यजीव अंगों की तस्करी करने का इनपुट एसटीएफ के पास आया था. जिसपर एसटीएफ की एक टीम को गोपनीय रूप से इस पर कार्रवाई करने हेतु लगाया गया था. जब ये तस्कर खालों को किसी बाहर की पार्टी को बेचने के लिए निकला, तो टीम द्वारा इसको गिरफ्तार कर लिया गया. पूरे मामले की जांच की जा रही है कि जांच के बाद स्पष्ट हो पायेगा कि पोचिंग कब कहां और किस जंगल में किस तरह की गयी है. आयुष अग्रवाल ने बताया कि लेपर्ड यानी गुलदार को वन्य जीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है. इसका शिकार करना एक गम्भीर अपराध है. पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज में वन्यजीव (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है.
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