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बांसवाड़ा के 'तेलगी', करोड़ों का स्टांप गबन, अधिकारी सस्पेंड, 4 हिरासत में - STAMP SCAN in BANSWARA - STAMP SCAN IN BANSWARA

Stamp Embezzlement Case, बांसवाड़ा जिला कलेक्ट्री से स्टांप गबन का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में कुल चार लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. बता दें कि जिला कलेक्ट्री के कोष कार्यालय के स्ट्रांग रूम से 5 करोड़ 23 लाख 88 हजार 511 रुपए के स्टांप का गबन किया गया है.

Stamp Embezzlement Case
Stamp Embezzlement Case

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 1, 2024, 6:53 AM IST

Updated : May 1, 2024, 11:09 AM IST

बांसवाड़ा. जिला कलेक्ट्री से स्टांप के गबन का मामला सामने आया है. कलेक्ट्री के कोष कार्यालय के स्ट्रांग रूम से 5 करोड़ 23 लाख 88 हजार 511 रुपए के स्टांप का गबन किया गया है. कोषाधिकारी हितेश गौड़ ने कोतवाली थाने में मंगलवार को रिपोर्ट दर्ज कराई. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने सहायक प्रशासनिक अधिकारी और स्टांप वेंडर के साथ ही दो अन्य को हिरासत में लिया है. इधर, जिला कलेक्टर ने आरोपी कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस मामले में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं कह रही है, लेकिन मामले की गंभीर को देखते हुए अविलंब कार्रवाई की गई है. साथ ही कर्मचारी और स्टांप वेंडर के घर की भी तलाशी व कमरा सील करने की जानकारी सामने आई है.

पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया गया कि कोष कार्यालय के स्ट्रांग रूम से 5 करोड़ 23 लाख 88 हजार 511 रुपए के स्टांप पेपर गायब हैं. रिपोर्ट में बताया गया कि वर्तमान कोष अधिकारी ने 23 फरवरी, 2024 को कार्यभार ग्रहण किया था. उसके बाद सरकार से प्राप्त हुए सभी स्टांप की जांच की गई. सरकार से 157 करोड़ रुपए के स्टांप पेपर भेजे गए थे. इनमें से कुछ भेज दिए गए बाकी स्ट्रांग रूम में मौजूद हैं और शेष का गबन किया गया है.

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वहीं, स्टांप के गबन के बाद विभागीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद एक जांच कमेटी बनाई गई. जांच कमेटी ने 24 अप्रैल को रिपोर्ट सौंप दी, जिसमें गबन की पुष्टी की गई है. वहीं, मंगलवार शाम को 4 बजे रिपोर्ट दर्ज कराई गई. प्रारंभिक जानकारी में पता चला कि खांदू कॉलोनी के स्टांप वेंडर आशीष जैन के जरिए इसे बेचा गया है. कोषाधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज कराने से पहले ही इस मामले की पूरी जानकारी कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव को दी. रिपोर्ट के बाद शहर कोतवाल देवीलाल फाइल लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे, जहां करीब 30 मिनट मामले पर चर्चा के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. कोषाधिकारी हितेश गौड़ ने बताया कि पूरा मामला 5 करोड़ से अधिक के स्टांप से जुड़ा है. जब यह गबन हुआ तब सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायण लाल के पास ही चार्ज था.

हिरासत में कर्मचारी और वेंडर :पुलिस ने कोष कार्यालय में कार्यरत सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायण लाल यादव को गिरफ्त में लिया है. साथ ही उनके घर के कुछ कमरों को भी सील करने की बात कही जा रही है. वहीं, पुलिस स्टांप वेंडर आशीष जैन के घर भी पहुंची और उसे डिटेन कर लिया गया. इसके साथ ही दो अन्य लोगों को भी डिटेन किया गया है. स्टांप बिक्री से जुड़े रजिस्ट्रर, लैपटॉप व अन्य दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. इधर, कोष कार्यालय को भी सील कर दिया गया है. कोष कार्यालय को सील करने की कार्रवाई सोमवार शाम को की गई.

कर्मचारी को किया सस्पेंड :कोष कार्यालय से 5 करोड़ 23 लाख से ज्यादा के स्टांप मिसिंग हैं. इसकी रिपोर्ट कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायण लाल यादव को सस्पेंड कर दिया गया है.

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आज करेंगे खुलासा :ये पूरा मामला स्टांप वेंडर व कर्मचारी से जुड़ा है. ऐसे में इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. फिलहाल डिटेन किए गए सहायक प्रशासनिक अधिकारी व अन्य सभी से पूछताछ की जा रही है. बुधवार को ही इस मामले में पूरी जानकारी देने की बात कही गई है. फिलहाल चार लोगों को इस मामले में डिटेन किया गया है.

Last Updated : May 1, 2024, 11:09 AM IST

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