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IMA से पास आउट हुए श्रीनगर के विनय भंडारी, उज्ज्वल ने भी किया कमाल, बढ़ाया परिवार का मान - IMA Passing Out Parade 2024

IMA Passing Out Parade, Vinay Bhandari became lieutenant in the army श्रीनगर के विनय भंडारी आईएमए से पास आउट हो गये हैं. विनय भंडारी ने 9 बार असफलता के बाद ये मुकाम हासिल किया. विनय भंडारी अब गोरखा रेजीमेंट में सेवाएं देंगे. वहीं यमकेश्वर के उज्ज्वल रावत भी आईएमए से पास आउट होकर लेफ्टिनेंट बन गए हैं.

IMA PASSING OUT PARADE 2024
आईएमए पासिंग आउट परेड (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 9, 2024, 5:44 PM IST

Updated : Jun 9, 2024, 7:45 PM IST

आईएमए पासिंग आउट परेड (ईटीवी भारत)

श्रीनगर: 'कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों' इस कहावत को टिहरी जनपद कीर्तिनगर विकासखण्ड के सुपाणा गांव के विनय भंडारी ने सच कर दिखाया है.विनय ने सेना में अधिकारी बनने के लिए कुल 14 बार प्रयास किये. जिसमें वे 9 बार फेल हुए. कड़ी मेहनत के बल पर विनय भंडारी ने आखिर सफलता हासिल की. आईएमए से पास आउट होने के बाद आज विनय लेफ्टिनेंट बन गये हैं.

परिवार के साथ विनय भंडारी (ईटीवी भारत)

मूल रूप से सुपाणा हाल निवास तहसील रोड श्रीनगर के रहने वाले विनय भंडारी बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में होशियार थे. उन्होंने अपनी 1 से लेकर 10वीं की पढ़ाई गुरु रामराय स्कूल श्रीनगर से की. इसके बाद उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग से राजकीय पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा हासिल किया. रुड़की से उन्होंने अपनी बीटेक की पढ़ाई पूरी की. 2021-22 में एक वर्ष के लिए उन्होंने ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट की कार्यदायी संस्था नवयुगा में बतौर सिविल इंजीनियर के पद भी कार्य किया. इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर सेना में जाने का मन बनाया. उन्होंने कड़ी मेहनत शुरू की. अब विनय गोरखा रेजिमेंट में अधिकारी बनें हैं. पूर्व सेना अध्यक्ष सैम मानिकशॉ ,पूर्व सीडीएस विपिन रावत, वर्तमान सीडीएस अनिल चौहान भी इसी रेजिमेंट में अधिकारी रह चुके हैं.

विनय भंडारी आईएमए से पास आउट (ईटीवी भारत)

ईटीवी भारत से खास बात चीत करते हुए लेफ्टिनेंट विनय भंडारी ने कहा वह बचपन से ही सेना में अधिकारी बनना चाहते थे. 9 बार असफलता के बाद उन्हें ये सफलता मिली है. 14वीं कोशिश में सीडीएस परमानेंट कमीशन में निकले. उन्होंने कहा कि वे नौ सेना में भी कमीशन प्राप्त कर चुके थे, लेकिन सपना भारतीय थल सेना में अधिकारी बनने का था. उन्होंने बताया उन्हें बेस्ट क्रेडिट होने के चलते सिल्वर मेडल से भी सम्मानित किया गया है. विनय के पिता खुशाल सिंह भी बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा उनके पिता भी सेना में थे. वे भी सेना में भर्ती होना चाहते थे, लेकिन परिवार की जिमेदारी के कारण वे सेना में ना जा सकें.

उज्ज्वल रावत अपने माता-पिता के साथ (PHOTO -ETV BHARAT)

उज्ज्वल रावत भी हुए पास आउट:यमकेश्वर ब्लॉक के ग्राम सभा तल्ला बनास के उज्ज्वल रावत भी आईएमए से पास आउट हुए हैं. उज्ज्वल रावत के लेफ्टिनेंट बनने से इलाके में खुशी का माहौल है. उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. उज्ज्वल रावत के परिजन भी बेटे की इस उपलब्धि से खुश हैं.

उज्ज्वल के पिता राजवीर रावत कहते हैं कि उज्ज्वल उनके इकलौते बेटे हैं. बचपन से ही उज्ज्वल मेधावी छात्रों में से रहे हैं. उन्होंने 12वीं दिल्ली के डीएवी पब्लिक स्कूल, दयानंद विहार से की है. 12वीं के दौरान ही उज्ज्वल ने सेना में भर्ती होने की ठान ली थी. उज्ज्वल के पिता दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं. जबकि माता गृहणी हैं. उज्ज्वल की इस उपलब्धि पर यमकेश्वर क्षेत्र में खुशी की लहर है. उन्हें लगातार शुभकामनाओं के लिए फोन आ रहे हैं.

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Last Updated : Jun 9, 2024, 7:45 PM IST

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