लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को राजभवन में 56वीं प्रादेशिक शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2025 का उद्घाटन किया. इस दौरान उद्यान कृषि विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहे. इस प्रदर्शनी के माध्यम से फूलों के अनूठे संसार से आध्यात्मिकता को जोड़ा जा रहा है. वहीं, विभिन्न प्रकार की सब्जियों से सेहत के जुड़ाव को भी दिलचस्प तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है.
राज्यपाल ने प्रदर्शनी में प्रमुख आकर्षण के रूप में अप्रयुक्त सामग्रियों से निर्मित और फूलों से सुसज्जित विशालकाय गणपति की प्रतिमा बनाई गई है. विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक फूलों से ग्रह मंडल सजाया गया है. वहां पहुंचे लोगों ने राम जन्मभूमि मंदिर और विभिन्न आकृतियों की सराहना की. राज्यपाल ने कहा कि यह केवल फूलों की प्रदर्शनी नहीं, बल्कि यहां आध्यात्मिक चेतना का भी दर्शन हो रहा है.
पौष्टिक आहार के प्रति जागरूकता बढ़े:इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने संबोधन में सशक्त एवं स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार के प्रति जागरूकता बढ़ाए जाने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि कृषकों को कृषि उत्पादों के पोषक तत्वों और पोषक मूल्यों की जानकारी होनी चाहिए. कृषक मूल्य संवर्द्धित कृषि को अपनाएं और अपने आय को बढ़ाएं. जब तक कृषि में मूल्य संवर्द्धन नहीं होगा, तब तक किसान समृद्ध नहीं होगा.