रांची: 23 फरवरी से 27 फरवरी तक रांची के जेएससीए मैदान में टेस्ट मैच का आयोजन हो रहा है. 20 फरवरी को भारत और इंग्लैंड की टीम रांची पहुंच गई है और पिछले दो दिनों से मैदान में प्रैक्टिस कर पसीना बहा रही है. अब वह पल खत्म होने वाला है, जिसका लोगों को बेसब्री से इंतजार था. वही आज से भारत और इंग्लैंड के बीच पांच दिवसीय टेस्ट मैच की शुरुआत होगी.
मैच शुरू होने से पहले स्टेडियम प्रबंधन की तरफ से सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त कर लिया गया है. मैदान के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर टिकट वितरण के साथ साथ लोगों के अंदर घुसने तक के पुख्ता इंतजाम कि गए हैं. वही प्रबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती पार्किंग की होती है, क्योंकि पार्किंग को लेकर स्टेडियम प्रबंधन और एचईसी प्रबंधन के बीच आए दिन विवाद देखने को मिलता है. एचईसी प्रबंधन की तरफ से पार्किंग के लिए जो जमीन अलॉट किए जाते हैं. उस जमीन पर कई बार ठेकेदारों द्वारा निर्धारित दर से ज्यादा पैसा वसूला जाता है. जिसको लेकर आम लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
आम लोग बताते हैं कि एक तो क्रिकेट मैच के लिए महंगे टिकट खरीदने पड़ते हैं और फिर उसके बाद गाड़ी लगाने के लिए भी महंगे दर पर पार्किंग शुल्क देना पड़ता है, जो कहीं ना कहीं बजट को बढ़ाने का काम करता है. लोगों की समस्या को देखते हुए इस बार जेएससीए प्रबंधन ने तय किया है कि एचईसी प्रबंधन के द्वारा जो जमीन अलॉट कराई जाएगी उस जमीन पर पार्किंग की व्यवस्था जेएससीए स्टेडियम के लोग करवाएंगे. एचईसी प्रबंधन सिर्फ जमीन अलॉट करने का काम करेगी.
जेएससीए प्रबंधन की ओर से सचिव देवाशीष चक्रवर्ती ने बताया पार्किंग के लिए एक कंपनी को ठेका दिया गया है और उस पर जेएससीए की निगरानी रहेगी. यदि ठेकेदारों द्वारा निर्धारित दर से ज्यादा पैसे लिए जायेंगे तो निश्चित रूप से स्टेडियम प्रबंधन की तरफ से कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन्होंने बताया कि एचईसी के जमीन का उपयोग करने के बदले जो भी शर्तों का पालन करना होता है. वो सभी नियमों का पालन स्टेडियम प्रबंधन की ओर से किया गया है. सचिव देवाशीष चक्रवती ने बताया कि एचईसी के पदाधिकारी के लिए स्टेडियम प्रबंधन की तरफ से नियमानुसार जितने टिकट का वितरण करना था, उतने टिकट का वितरण भी कर दिया गया है, साथ ही पार्किंग की जमीन एलॉट करने के लिए जिन शर्तों का पालन करने के लिए एचईसी प्रबंधन ने कहा है उन सभी शर्तों का भी पालन कर दिया गया है.