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बहराइच हिंसा पर सपा vs भाजपा; अखिलेश बोले-BJP के लोगों ने दंगा करवाया, पुलिस के हाथ में ही हथकड़ी लगा दी

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में योगी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर उठाए सवाल.
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर उठाए सवाल. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 4 hours ago

Updated : 4 hours ago

लखनऊ:बहराइच की घटना को लेकर अखिलेश यादव और भाजपा के बीच वार-पलटवार चल रहा है. मंगलवारो कोसमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के दफ्तर में प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर सत्ता के दुरुपयोग से लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाया. कहा कि बहराइच दंगे में भाजपा के लोग शामिल थे. इस पर बहराइच से भाजपा विधायक ने सुरेश्वर सिंह ने कहा है कि अखिलेश उपचुनाव जीतने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं.

अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर उठाए सवाल. (Video Credit; ETV Bharat)

अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोगों ने बहराइच में एक सोची समझी साजिश के तहत दंगा करवाया है. उन्हीं के विधायक ने भाजपा के लोगों पर दंगा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई. कहा कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, उससे पता चलता है कि किस तरीके से भाजपा ने एक रणनीति के तहत दंगा कराया है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी महंगाई पर जवाब ना देना पड़े, इसलिए बीजेपी दंगा करवा रही है. जिस तरीके से हिटलर लोगों को मरवाता था, इस तरीके से भाजपा भी दंगा करवा रही है.

कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी का बयान तो सुना ही होगा कि वह कह रहे हैं कि इस वक्त पुलिस दबाव में काम कर रही है. भाजपा ने पुलिस के हाथ में ही हथकड़ी लगा रखी है. कहा कानपुर में एक महिला पुलिस कर्मी के साथ ही निंदनीय घटना होती है. पुलिस के लोग ही अब सुरक्षित नहीं हैंं.

कहा कि इस वक्त कस्टोडियल डेथ और अन्य घटनाओं में शामिल उत्तर प्रदेश की तकरीबन 3000 पुलिस जेल में है. अंबेडकर नगर के सांसद लालजी वर्मा के आरोपों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अंबेडकर नगर में जिलाधिकारी इस वक्त बीजेपी के जिलाअध्यक्ष बन चुके हैं. क्या आईएएस एकेडमी में यही ट्रेनिंग दी जाती है ? कहा कि हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे कि अधिकारी पारदर्शी तरीके से काम नहीं कर रहे हैं.

आरोप लगाया कि राज्य सरकार दंगाइयों पर कार्रवाई करने से पुलिस को रोक रही है. पुलिसकर्मियों पर दबाव डालकर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होने दी जा रही है. पूर्व डीजीपी स्वयं यह मानते हैं कि पुलिस पर भाजपा का नियंत्रण है और पुलिसकर्मियों के हाथ बांध दिए गए हैं. अखिलेश ने कहा कि बिजनौर में एक 18 साल के युवक की कथित कस्टोडियल मौत हो गई और पूरा प्रदेश कस्टोडियल डेथ में एक नंबर पर है. इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया और सवाल उठाया कि किसके दबाव में पुलिस ने इस युवक पर इतनी बर्बरता दिखाई.

अखिलेश ने इसके अलावा अमेठी और अन्य जिलों में भी पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए. कहा कि मंगेश यादव की हत्या के बाद एक क्षत्रिय समाज के आरोपी का भी एनकाउंटर कर दिया गया ताकि सरकार से कोई सवाल न पूछा जाए. अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से भी अपील की है कि कानपुर में उनके प्रत्याशी को गलत फॉर्म दिए जाने की शिकायत पर कार्रवाई की जाए. उनका कहना है कि भाजपा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है.

यह भी पढ़ें : बहराइच हिंसा: बीजेपी कार्यकर्ता पर FIR मामले में बोले विधायक, उपचुनाव जीतने के लिए आरोप लगा रहे अखिलेश

भाजपा विधायक ने अपनी ही पार्टी के नेता पर कराया है केस: बहराइच हिंसा मामले में बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह की ओर से भाजयुमो नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव सहित आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया. जब इस पर सियासी बवाल बढ़ा और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी पर जमकर हमला बोला तो सुरेश्वर सिंह मीडिया से मुखातिब हुए. कहा कि, पूर्व सीएम अखिलेश यादव की ओर से उपचुनाव जीतने के लिए भाजपा पर दंगा करवाने का आरोप लगा रहे हैं.18 अक्टूबर को केस दर्ज करवाने के बाद उन्हें अर्पित श्रीवास्तव के बीजेपी पदाधिकारी होने की जानकारी हुई.

बता दें कि, जिले के महसी विधानसभा के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने कोतवाली नगर में भाजपा युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष सहित आठ लोगों के खिलाफ बलवा फैलाने सहित कई अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है. मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान विधायक ने कहा कि, उपचुनाव के बाद सब शांत हो जाएगा. एफआईआर दर्ज कराने के संबंध में कहा कि, सभी जिला अस्पताल में उपद्रव फैलाने में मामले में शामिल थे. जिन्होंने एंबुलेंस के साथ मर्च्यूरी में तोड़फोड़ की. विधायक ने कहा कि जितने भी नामजद लोग हैं, सभी का सीसीटीवी फुटेज पुलिस देखेगी. उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ में शामिल लोग नशे में थे.

बहराइच हिंसा :13 अक्टूबर रविवार देर शाम महसी महाराजगंज बाजार में मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन को लेकर जुलूस निकाला जा रहा था और डीजे बज रहा था. इसी को लेकर विवाद हुआ. ईंट-पत्थर चलने लगे. इसके बाद युवक एक घर की छत पर चढ़ जाता है. इसके बाद उस युवक गोली मारकर हत्या कर दी जाती है.

कब क्या हुआ

  • 13 अक्टूबर को बहराइच के महसी महराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान विवाद के बाद युवक राम गोपाल मिश्रा की हत्या.
  • 14 अक्टूबर को युवक के अंतिम संस्कार के दौरान फिर भड़के लोग. एडीजी लॉ एंड ऑर्डल अमिताभ यश रिवाल्वर लेकर सड़क पर उतरे.
  • पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने थानाध्यक्ष हरदी एसके वर्मा और चौकी इंचार्ज महसी शिव कुमार को निलम्बित किया.
  • 17 अक्टूबर को पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें 2 मुख्य आरोपियों सरफराज और तालीम को पुलिस की गोली लगी.
  • 18 अक्टूबर को मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद समेत 23 के घर नोटिस चस्पा किया गया.
  • 20 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने बुलडोजर की कार्रवाई पर 15 तक के लिए लगाई रोक.
  • 21 अक्टूबर- ASP ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी को हटाए गए. उन्हें अब पुलिस महानिदेशक कार्यलाय (DGP HQs) से अटैच किया गया. उनके स्थान पर ASP को बहराइच ग्रामीण में तैनात किया गया.

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