लखनऊ/गाजीपुर : "जीवन में हमेशा कठिन परिश्रम करें, आपको मंजिल जरूर मिलेगी, शॉर्टकट से कुछ हासिल नहीं होगा, लोग बेटे बेटियों के बीच में भेदभाव करते हैं, पर आज जो यहां मेधावी आए हैं उनमें सबसे ज्यादा सफलता बेटियों ने पाई है. आज हम बोर्ड परीक्षा में सफल हुए विद्यार्थियों के साथ ही उनके प्रधानाचार्य का भी सम्मान कर रहे हैं. यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोक भवन में बोर्ड परीक्षाओं में सफल हुए मेधावी छात्रों के सम्मान समारोह में कहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी मेधावी छात्राओं का जिन्होंने अपने परिश्रम से आज अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन किया है. इन सब का मैं अभिनंदन करता हूं. सचमुच एक गुरु के लिए प्रसन्नता का विषय क्या हो सकता है जिन्होंने जिसे गाइड किया उसने मेरिट के माध्यम से देश में प्रदेश में जनपद में अपना उच्च स्थान प्राप्त करके न केवल उन्हें बल्कि उनके संस्था को उनके जनपद को और उनके प्रदेश को गौरवान्वित किया. इस अवसर पर सीएम योगी ने प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल यूनिफॉर्म व स्टेशनरी खरीदने के लिए डीबीटी योजना के माध्यम से 1200 रुपये उनके विभाग के बैंक खाते में भेजने की योजना का शुभारंभ भी किया.
शॉर्टकट से कभी सफलता नहीं मिलती :मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में किसी भी फील्ड में जाना हो तो परिश्रम करना जरूरी है. परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता. क्योंकि जीवन में शॉर्टकट का रास्ता अपनाने वाला व्यक्ति कभी अपनी मंजिल को नहीं प्राप्त करता. तात्कालिक तौर पर तो वह कुछ प्राप्त कर सकता है, पर जीवन में वह कभी सफल नहीं होता. इसलिए जीवन में जितना कठिन परिश्रम कर सकते हैं करें, उसका परिणाम आपको हमेशा सुख ही मिलेगा.
बेटे बेटियों के बीच भेदभाव बंद होना चाहिए :मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न शिक्षा बोर्ड्स से बोर्ड परीक्षा पास करने वाले कुल छात्र-छात्राओं की संख्या 170 है. इसमें कुल छात्र 58 हैं और छात्राएं 112 हैं. मुझे आश्चर्य होता है कि मैं बहुत बार देखता हूं कि अभिभावक बेटों पर ज्यादा ध्यान देते हैं. बेटियों की तरफ कम ध्यान देते, लेकिन सफलता बताती है कि बेटियां सबसे ज्यादा सफलता पाने में आगे रहती हैं. ऐसे में उन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. मेरिट में 112 छात्राएं आई हैं और छात्र केवल 58 हैं. इसका मतलब है कि भेदभाव आपका बेकार गया, इसका मतलब आपको बेटा और बेटी के बीच में भेद नहीं करना चाहिए. सभी बेटियों को हृदय से बधाई देता हूं.
95% विद्यालयों में 19 पैरामीटर को लगभग पूरा कर लिया गया है : संदीप सिंह
प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि प्रदेश में अपने जितने भी परिषदीय विद्यालय हैं, 2017 में हमारे विद्यालयों की जो स्थिति है, उसे अगर आज की तुलना करते हैं तो वर्तमान की स्थिति में अब काफी अंतर दिखेगा. आंकड़ों के मुताबिक लगभग 95% विद्यालयों में 19 पैरामीटर को पहुंचने में सफल हो चुके हैं. हमारे हर एक विद्यालय में 19 पैरामीटर को पूरा करने का जो लक्ष्य है, उसे जल्दी पूरा करेंगे.
गाजीपुर के हाई स्कूल व इंटरमीडिएट के मेधावी छात्र छात्राओं को मिले मेडल और टैबलेट