अयोध्या : रामनगरी अयोध्या में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. बुधवार शाम को प्राचीन नागेश्वर नाथ मंदिर में भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह महोत्सव को बड़ी धूमधाम से संपन्न किया जाएगा. इस मौके पर भगवान शिव की बारात भी निकाली जाएगी. इसके पूर्व मंगलवार को मंदिर परिसर को पीले रंग के फूलों गुब्बारों से सजाया गया और शाम चार बजे मंदिर में गीत संगीत के साथ हल्दी रस्म शुरू की गई. इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने भगवान शिव को हल्दी लगाई. मंदिर परिसर में मौजूद भक्त डीजे की धुन पर जमकर नाचे.
महाशिवरात्रि पर्व रामनगरी के लिए भी बेहद खास रूप में मनाया जा रहा है. श्रीराम की नगरी में भगवान शिव के जयकारे गूजेंगे. वहीं सरयू नदी के घाट पर स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ मंदिर नागेश्वर नाथ से शाम 9 बजे भगवान शिव की अलौकिक शिव बारात भी निकाली जाएगी. जिसमें बड़ी संख्या में शिव भक्त अबीर, गुलाल, भभूत खेलते हुये, डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए बारात में शामिल होंगे.
मंदिर के प्रबंधक सभापति ने बताया कि दो पहले से ही भगवान शिव के बारात उत्सव को मनाया जा रहा है. बुधवार को बारात निकाली जाएगी. बारात अयोध्या में रामपथ से होते हुए क्षीरेश्वर नाथ मंदिर पहुंचेगी. उसके बाद बारात उस रास्ते से हनुमान गढ़ी के रास्ते रामकोट, कटरा, अशर्फी भवन, गोलाघाट से होते हुए वापस मंदिर पर आएगी और फिर रात्रि प्रतीकात्मक विवाह को संपन्न किया जाएगा.
सरयू में स्नान कर जलाभिषेक के लिए उमड़ेगी भीड़ : महाकुंभ में महाशिवरात्रि पर्व पर अंतिम स्नान के लिए प्रयागराज में लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं. वहीं राम नगरी में भी 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. मंगलवार को सुबह 4 बजे से ही सरयू नदी में स्नान कर हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं. महाशिवरात्रि के पर्व पर 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. जिसके लिए सरयू तट पर स्थित नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक की विशेष व्यवस्था बनाई गई है. इसमें अतिरिक्त जोन बनाकर सुरक्षा वालों को भी तैनात किया गया है.
एसपी सुरक्षा मधुबन सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर नागेश्वर नाथ मंदिर जोन बनाया गया है, जहां पर एडिशनल एसपी और सीओ समेत अतिरिक्त इंस्पेक्टर को लगाया गया है. भीड़ नियंत्रण के लिए डॉप बैरियर को भी लगाया गया है. मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार निर्धारित किए गए हैं. इसके अलावा अयोध्या धाम में मेले को देखते हुए पीएसी, एसएसबी, आरएएफ के साथ सिविल पुलिस को भी लगाया गया है. इसके साथ ही महिला आरक्षी और उप निरीक्षक भी लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि भीड़ को देखते हुए सभी मार्गों को प्रतिबंधित किया गया है. निर्धारित रास्ते से ही श्रद्धालु मंदिर तक पहुंच रहे हैं.