झांसी:जिले में 18 साल पहले दूर संचार विभाग से रिटायर्ड हुए डिप्टी मैनेजर ने अपने बेटों से मरने के बाद देहदान करने की अंतिम इच्छा रखी थी. ताकि, मेडिकल छात्रों को पढ़ाई में आसानी मिल सके. शुक्रवार को पिता का निधन होने के बाद परिजन पिता की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए पिता के शव को मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे और पिता के शव को दान कर दिया. इस दौरान परिजनों की आंखें नम हो गई. सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और देह मेडिकल कॉलेज को सौंप दिया.
बेटे ने पूरी की पिता की अंतिम इच्छा, नम आंखों से शव दान कर निभाया फर्ज - son donate father body in hospital - SON DONATE FATHER BODY IN HOSPITAL
मौत आने से पहले हर किसी की एक अंतिम इच्छा होती है. कूछ की पूरी हो पाती है, तो कुछ की नहीं. मरने से पहले पिता ने बेटे के सामने अपनी अंतिम इच्छा रखी. बेटे ने उसे पूरा करने का काम किया.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : May 12, 2024, 9:37 AM IST
बेटे ने बताया, कि पिता कृष्ण कुमार सोनी दूर संचार विभाग में सर्विस करते थे. 2006 में वह जबलपुर से डिप्टी मैनेजर के पद से रिटायर्ड हुए थे. इसके बाद मेरे साथ ही रह रहे थे. शुक्रवार को पिता का निधन हो गया. बेटे आनंद सोनी ने बताया, कि पिता ने पांच दिन पहले ही मौत के बाद उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज में दान करने की इच्छा रखी थी.
पिता की इस इच्छा का उदेश्य था, कि देह का मेडिकल की स्टडीज में उपयोग हो सके. मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स देह से कुछ सीख सकें. देह का यूज करके रिसर्च और अन्य चीजें कर सके, ताकि मेडिकल साइंस में तरक्की हो सके.पिता की मौत होने की सूचना पर अनुपम और अनुराधा झांसी पहुंच गए. इसके बाद तीनों बच्चे और उनके परिजन शव लेकर दोपहर में मेडिकल कॉलेज पहुंचे. सभी ने नम आंखों से शव को दान कर दिया.