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रामबाग गोल्फ क्लब को लेकर भजनलाल सरकार करने जा रही ये बड़ा काम, मंत्री खर्रा ने की घोषणा - Irregularities in Rambagh Golf Club

Rambagh Golf Club, जयपुर के रामबाग गोल्फ क्लब में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच अब एसओजी करेगी. भजनलाल सरकार की ओर से विधानसभा में ये फैसला लिया गया है. इस मुद्दे पर UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा बड़ी घोषणा की है.

रामबाग गोल्फ क्लब में अनियमितता
रामबाग गोल्फ क्लब में अनियमितता (Etv Bharat GFX)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 15, 2024, 6:48 PM IST

भ्रष्टाचार की जांच अब एसओजी करेगी (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर.16वीं विधानसभा के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में रामबाग गोल्फ क्लब में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच को लेकर मामला उठा. सदन में उठे इस भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मुद्दे की जांच भजनलाल सरकार एसओजी से कराएगी. UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने विधायक कालीचरण सराफ के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए इसकी घोषणा की. इसके साथ ही खर्रा ने यह भी कहा कि गोल्फ क्लब की जमीन JDA के स्वामित्व की है. हालांकि, खर्रा ने यह भी स्वीकार किया कि गोल्फ क्लब का मामला सुप्रीम कोर्ट में भी विचाराधीन है.

SOG करेगी गोल्फ क्लब की जांच :दरअसल, विधानसभा में बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए रामबाग गोल्फ क्लब के संचालन में कथित रूप से व्याप्त भ्रष्टाचार से उत्पन्न स्थिति का मुद्दा उठा तो UDH मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि 322 बीघा जमीन 1973 में आवंटित हुई. अधिग्रहण को लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिकाएं दायर हुईं. एक रिट याचिका सर्वोच्च न्यायालय में लगी हुई है. यह सही है कि गोल्फ क्लब जेडीए की जमीन पर बना हुआ है, लेकिन अभी तक इसका एमओयू नहीं हुआ है. इसके साथ जो क्लब की प्रबंध समिति में सरकार का कोई नुमाइंदा नहीं है, गोल्फ क्लब की साधारण सभा को स्थगित कर दिया गया है. इसके साथ ही सदस्यता पर रोक लगी हुई है. हालांकि, अभी रामबाग गोल्फ क्लब में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसके साथ 9 फरवरी को अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है.

पढ़ें :SOG करेगी रामबाग गोल्फ क्लब अनियमितताओं की जांच, विधानसभा में UDH मंत्री ने की घोषणा - golf club irregularities

इसके बाद विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि यह बात सही है कि सभा को ध्वस्त कर दिया गया, लेकिन न्यायालय की रोक के बाद भी सदस्य बनाए जा रहे हैं. साधारण शुल्क एक लाख ढाई लाख है, लेकिन ये 29 लाख से 50 लाख तक शुल्क लिया जा रहा है. यूडीएच के सचिव को मेंबर बनाया गया, कई विधायकों के बेटों को मेम्बर बना दिया, बिना अध्यक्ष उपाध्यक्ष की अनुमति सदस्य कैसे बनाए जा रहे हैं?

सराफ ने कहा कि जब कोई एमओयू ही नहीं है तो शराब और रेस्टॉरेंट संचालित की अनुमति किसने दी है? करोड़ो रुपये खर्च किया जा रहा है, जो भी पार्टी सत्ता में रहती है, उनके परिवार से सदस्य बन जाते हैं. हमारी मांग है कि एसओजी से इसकी जांच करवाई जाएगी. सराफ के ध्यानकर्षण पर जवाब पेश करते हुए मंत्री खर्रा ने कहा कि गोल्फ क्लब को जो भी शिकायतें आई हैं. जो भी अनियमितता हैं उन सबकी SOG जांच की घोषणा करता हूं.

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