रायपुर:छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक सामाजिक समूह ने मियावाकी पद्धति से 'मिनी फॉरेस्ट' तैयार किया है. ये एक प्रकार का जंगल है, जो 30 फीसद से अधिक ऑक्सीजन प्रदान करता है. साथ ही वायु शोधक के रूप में भी काम करता है. इस परिपाटी की शुरुआत जापान में की गई थी. आज के दौर में कई शहरी क्षेत्रों में इस मेथड को अपनाकर लोग मिनी फॉरेस्ट तैयार कर रहे हैं.
जानिए क्या है मियावाकी पद्धति:दरअसल, मियावाकी पद्धति विविध, स्वदेशी वृक्ष प्रजातियों को एक साथ लगाकर मूल वनों को पुनर्स्थापित करती है. इससे तेजी से पेड़ का विकास होता है. साथ ही बढ़ी हुई जैव विविधता को बढ़ावा मिलता है. यह सघन रोपण परागणकों, पक्षियों और कीटों के लिए बेहतर आवास प्रदान करता है. साथ ही मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है. ये एक आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र को उभरता है, जो प्रजातियों के बीच बातचीत को संतुलित करता है. इसके अलावा जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलेपन को बढ़ाता है.