तीन माह में बिलासपुर में बढ़े सोलह हजार नए वोटर्स, लोकसभा चुनाव 2024 में करेंगे वोटिंग - लोकसभा चुनाव 2024
Loksabha election 2024: लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच बिलासपुर में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया गया. सूची के मुताबिक तीन माह में जिले में 16 हजार से अधिक मतदाताओं की संख्या बढ़ी है.
बिलासपुर:पूरे देश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है. हर जिले में वोटर्स लिस्ट का प्रकाशन किया जा रहा है. चुनाव से पहले जिला निर्वाचन कार्यालय ने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया. इस मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने राजनीतिक दलों की बैठक ली. इस बैठक में मतदाता संक्षिप्त पुनरीक्षण के बारे में जानकारी दी गई.
3 माह में बढ़े 16 हजार से अधिक नए मतदाता:छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हुए अभी 3 माह भी पूरा नहीं हुआ है. साढे 16 हजार से भी अधिक नए मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं. यह मतदाता पहली बार लोकसभा चुनाव में वोट करेंगे. इन मतदाताओं ने भले ही राज्य की सरकार बनाने में अपना सहयोग नहीं किया, लेकिन अब यह लोकसभा चुनाव में मतदान कर केन्द्र में सरकार बनाने में मतदान करेंगे. 3 महीने में ही 16 हजार से भी ज्यादा मतदाताओं की संख्या बढ़ गई है. विधानसभा चुनाव में जितने मतदाता थे, उसमें 16 हजार नए मतदाताओं की संख्या बढ़ी है, जो कि काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. ये वोटर केंद्र की सरकार बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू:बिलासपुर में लोकसभा चुनाव 2024 के संबंध में संक्षिप्त पुनरीक्षण के तहत फोटो युक्त निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है. जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को बताया गया है कि विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार जिले में लगभग साढे 16 हजार नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं. जिले में लगभग 14 लाख 20 हजार 293 मतदाता थे, जबकि पुनरीक्षण के बाद अंतिम प्रकाशन की तिथि में मतदाताओं की संख्या 14 लाख 36 हजार 846 हो गई है. जिला निर्वाचन कार्यालय में लोकसभा चुनाव को देखते हुए अपनी तैयारी शुरू कर दी है. ईवीएम मशीन और वीवीपैट की जांच की जा रही है.
ईवीएम और वीवीपैट का मुद्दा उठा:हाईकोर्ट में बिलासपुर से एक भी चुनाव याचिका नहीं लगी है. राज्य के कई विधानसभाओं में उम्मीदवार के हार के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर किए हैं. इन याचिकाओं की वजह से वोटिंग मशीनों को जिला निर्वाचन कार्यालयों ने रीसेट नहीं किया है. पिछले दिनों तीन अलग-अलग विधानसभा के उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट में अपने प्रतिद्वंद्वी के चुनाव को शून्य करने की मांग की है, जिनमें में दो मामलों में हाईकोर्ट ने ईवीएम और वीवीपेट मशीन को स्वतंत्र कर दिया है. इन्हें रीसेट किया जा सकेगा, लेकिन हाल ही में भिलाई नगर विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा उम्मीदवार ने चुनाव याचिका लगाई है. इसमें अब तक हाईकोर्ट से ईवीएम और वीवीपैट मशीन को स्वतंत्र करने की मांग नहीं की गई है.