सीकर : सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर कांग्रेस, माकपा सहित कई संगठनों के सामूहिक आंदोलन का आगाज शनिवार से होगा. संयुक्त मोर्चा की पहल पर शनिवार को सीकर बंद का आह्वान किया गया है. बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया है.
सीकर से जो भी आंदोलन शुरू हुआ उसमें सीकर की जनता की जीत हुई है. कर्जामाफी से लेकर बिजली दरों की बात हो या फसल खराबे के मुआवजे की मांग हो, सीकर की जनता ने हमेशा सरकारों को झुकाने का काम किया है. सीकर को संभाग का दर्जा मिलना ही चाहिए. भरतपुर से क्षेत्रफल व आबादी से ज्यादा होने के बाद भी सीकर से संभाग का दर्जा छीना गया है. इसे शेखावाटी की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी.: किशन पारीक, राज्य सचिव, माकपा
बंद को लोसल, खूड, घोद कस्बे के व्यापारिक संगठनों ने भी समर्थन दिया है. बंद को लेकर संघर्ष समिति सदस्यों की बैठक हुई, जिसमें बंद की घोषणा की गई. बंद को 50 से ज्यादा संगठनों ने समर्थन दिया है. पूर्व विधायक पेमाराम और कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गिठाला ने बताया कि सुबह 8 बजे से बंद के लिए टीमें बाजार में रवाना हुईं. संघर्ष समिति ने बंद के लिए अलग-अलग मार्ग के लिए टीमों का गठन किया है. पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने बंद के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त जाप्ता लगाया है.
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सीकर संभाग व नीमकाथाना जिला बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य भागीरथमल जाखड़ ने बताया कि पहले चरण में सीकर संभाग मुख्यालय को बंद रखा जाएगा. दूसरे चरण में कस्बों तक आंदोलन को लेकर जाएंगे. उन्होंने बताया कि जब तक सरकार की ओर से मांगों को नहीं माना जाएगा आंदोलन जारी रखा जाएगा. आंदोलन के दूसरे चरण की घोषणा जल्द की जाएगी.