जयपुर :राजस्थान पुलिस में उप निरीक्षक के पद पर भर्ती के लिए सितंबर 2021 में हुई परीक्षा का पेपर एक महीने पहले ही बाहर आ गया था. पेपर सेट करवाने की जिम्मेदारी राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) के तत्कालीन सदस्य बाबूलाल कटारा को दी गई थी. अपने बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका के लिए आरपीएससी के दूसरे तत्कालीन सदस्य रामूराम राईका ने बाबूलाल कटारा से पेपर परीक्षा से करीब एक महीने पहले ही ले लिया था. इसके साथ ही बेटे देवेश के इंटरव्यू से पहले रामूराम राईका आरपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय से भी मिला था. बाद में संजय श्रोत्रिय के बोर्ड में ही देवेश राईका का इंटरव्यू हुआ था, जिसमें उसे 28 अंक मिले थे. एसओजी की ओर से कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में यह चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. चार्जशीट में यह भी लिखा है कि रामूराम राईका ने दिखावे के लिए अपने आप को उप निरीक्षक भर्ती से दूर रखा लेकिन संवैधानिक पद पर रहते हुए अपने बेटे देवेश और बेटी शोभा के लिए अनुचित तरीके से पेपर प्राप्त किया.
कटारा के पास था पेपर तैयार करवाने का जिम्मा :एसआई भर्ती पेपर लीक मामले की जांच कर रहे एएसपी महावीर सिंह ने कोर्ट में पेश चार्जशीट में बताया कि इस परीक्षा के पेपर सेट तैयार का काम बाबूलाल कटारा को सौंपा गया था. बाबूलाल कटारा ने विषय विशेषज्ञों से पेपर तैयार करवाकर अपने कार्यालय के रेस्ट रूम में अलमारी में रख लिए थे. रामूराम राईका ने परीक्षा से पहले बाबूलाल कटारा को अपने बेटे देवेश की मदद करने को कहा था.
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