शिवपुरी।शहर में 12 वर्षीय छात्र की डेंगू के कारण सोमवार सुबह उपचार के लिए दिल्ली ले जाते समय मौत हो गई. मृतक के पिता ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. शिवपुरी के कृष्णपुरम कॉलोनी निवासी आराध्य पुत्र अभय त्रिपाठी की 20 अक्टूबर को तबीयत खराब हुई थी. अभय ने अपने बेटे का प्रायवेट अस्पताल में इलाज करवाया. लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली गई. इसे बाद उसे खून की उल्टियां होने लगीं.
हालत गंभीर होने पर ग्वालियर रेफर किया
बालक के पिता अभय त्रिपाठी ने 26 अक्टूबर को उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां वह 27 अक्टूबर तक भर्ती रहा. अभय त्रिपाठी का आरोप है "डॉक्टरों ने बच्चे की तबीयत लगातार बिगड़ने के बाबजूद डेंगू या किसी अन्य प्रकार का कोई टेस्ट नहीं कराया. 27 अक्टूबर की रात आराध्य को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया." ग्वालियर में 27-28 अक्टूबर की दरम्यानी रात बच्चे को भर्ती कराया गया. 28 अक्टूबर को बच्चे का डेंगू टेस्ट किया गया. 29 अक्टूबर को बच्चे की डेंगू पॉजीटिव पाए जाने की पुष्टि हुई.
दिल्ली एम्स ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा
इसके बाद डॉक्टरों ने उसका उपचार जारी रखा. 3 नवंबर को बच्चे को दिल्ली एम्स हास्पिटल रेफर किया गया. बच्चे के परिजन जब उसे दिल्ली ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई. वहीं, इस मामले में सिविल सर्जन शिवपुरी डॉ.बीएल यादव का कहना है "बच्चा हमारे यहां 26 अक्टूबर को रात 11 बजे उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ भर्ती हुआ था. 27 की सुबह उसे जब 101 डिग्री बुखार की शिकायत आई तो हमने उसकी जांच करवाई, जिस पर उसके न्यूट्रोफिल कम आने पर इंफेक्शन की आशंका हुई और बच्चे को रात में 8:40 पर रेफर कर दिया गया. हम पर लगाए गए आरोप निराधार हैं कि हमने कोई जांच नहीं करवाई."