मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

कूनों के चीतों से न हो जाए सामना, खतरे से बचने के लिए वन विभाग की एडवाइजरी - KUNO CHHETAH ADVISORY

कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रहे चीते. वन विभाग ने एमपी, यूपी, राजस्थान के लिए

Kuno National Park Advisory to avoid Cheetah attack
चीता के हमले से बचने के लिए वन विभाग ने जारी की एडवाइजरी जारी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 30, 2024, 8:45 AM IST

Updated : Dec 30, 2024, 11:59 AM IST

श्योपुर:मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के 2 चीतों को बीते दिनों खुले में छोड़ा गया है, जिसके बाद से कई बार वे सड़कों और रिहायशी इलाकों में घूमते हुए नजर आए हैं. एहतियातन कूनो वन्य प्राणी मंडल के डीएफओ आर थिरुकुरल ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि यदि आपके आसपास या गांव में चीता दिखाई दे तो क्या करें और कैसे इससे बचें. इसके साथ ही इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को देने की भी अपील की है.

एमपी, यूपी और राजस्थान के लिए एडवाइजरी

दरअसल, वन विभाग की ये एडवाइजरी एमपी, यूपी और राजस्थान से लगे ग्रामीण इलाकों के लिए है. डीएफओ आर थिरुकुरल ने पूर्व में बताया था कि चीतों को छोड़े जाने के बाद इनके मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान और यूपी के कुल 22 जिलों में जाने की संभावना है. ऐसे में मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा इन चीतों की पूरी मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग की जा रही है. वहीं अब एडवाइजरी भी जारी की गई है.

चीते को दें सुरक्षित रास्ता

इस बारे में बताया गया कि चीता दिखाई दे तो सबसे पहले अपने क्षेत्र में संबंधित चीता मित्र से संपर्क करें और संयम बनाए रखें. चीता इंसानों के लिए उतना खतरनाक नहीं, जितान बाघ होता है . लोगों को और खासतौर पर ग्रामीणों को चीते से दूरी बनाए रखने के लिए समझाएं और अपने छोटे बच्चों व मवेशियों को घर के अंदर ही रखें. ऐसी स्थिति में चीते को सुरक्षित रास्ता दें, वह खुद ही गांव से दूर चला जाएगा. यदि चीता मवेशी पर हमला करने का प्रयास करता है तो तेज आवाज कर उसे दूर भगाने का प्रयास करें. वहीं एडवाइजरी में कहा गया कि यदि चीता किसी मवेशी को मार देता है तो मुआवजे का प्रावधान है. मुआवजा प्राप्त करने के लिए नजदीकी वन अधिकारी से तत्काल संपर्क किया जा सकता है.

चीतों को लाठी-डंडों से मारने की न करें कोशिश

एडवाइजरी में बताया गया है कि चीतों से सामना न हो इसके लिए क्या करें और यदि चीता दिख जाए तो क्या नहीं करना चाहिए. इसमें बताया गया कि अकेले जंगल में न जाए. रात में खेतों में अकेले न रुकें और अनावश्यक भीड़ भी न लगाए. यदि चीता दिख जाए तो उसे डराने या लाठी डंडे से मारने का प्रयास न करें. जाल या फंदा लगाकर उसे पकड़ने का प्रयास न करें. ऐसे में चीता आक्रामक होकर हमला कर सकता है. यदि चीता नजदीक है तो भागने या दौड़ने का प्रयास न करें. चीता मांसाहारी वन्यजीव है, इसका फोटो और वीडियो बनाने के लिए उसके नजदीक न जाएं. यदि चीता किसी मवेशी को मार देता है तो प्रतिशोध में चीते को मारने की कोशिश भी न करें.

चीते के मूवमेंट को लगातार ट्रैक कर रही टीम

बीते दिनों कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में 2 चीतों को छोड़ा गया है, जो कभी-कभी वन क्षेत्र के बाहर आ जाते है. प्रत्येक चीते के साथ कूनो की ट्रैकिंग टीम रहती है, जो चीतों के मूवमेंट को ट्रैक करती है और उसके समीप रहती है. ट्रैकिंग टीम को उचित सूचना देकर सहयोग करने की अपील की गई है. इस संबंध में कोई भी कूनो वन मंडल के वनमंडलाधिकारी के मोबाइल नंबर 7803947600, एसडीओ वन कूनो दक्षिण पोहरी मोबाइल नंबर 9953122156 या एसडीओ वन कूनो उत्तर विजयपुर के मोबाइल नंबर 8839364852 पर संपर्क कर सकता है.

Last Updated : Dec 30, 2024, 11:59 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details