देहरादून: दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण का जहां पहले कांग्रेस विरोध कर रही थी, वहीं अब धर्म गुरु भी इसके विरोध में उतर आए है. ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इस मुद्दे पर एक बार फिर से राज्य सरकार का घेरा है. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाकर एक नया घोटाला किया जाएगा.
दरअसल, सोमवार 14 जुलाई को मुंबई में पत्रकारों ने ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से दिल्ली में बनाए जा रहे केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर सवाल किया, जिस पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सरकार के घेरा.
उन्होंने कहा कि
केदारनाथ में सोना घोटाला हुआ है, उस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया जाता? वहां घोटाला करने के बाद अब दिल्ली में केदारनाथ बनेगा? और फिर एक और घोटाला होगा. केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब है. लेकिन आजतक कोई जांच शुरू नहीं हुई है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?... अब वे कह रहे हैं कि दिल्ली में केदारनाथ बनाएंगे, ऐसा नहीं हो सकता.
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पीएम मोदी को दिया आशीर्वाद: वहीं मुंबई में पीएम मोदी ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से भी मुलाकात की थी. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी पीएम मोदी को आशीर्वाद दिया था. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि पीएम उनके पास आए थे और उन्हें प्रणाम किया था. उनका नियम है कि जो भी उकने पास आएगा, वो उसको आशीर्वाद देंगे. प्रधानमंत्री कोई उनके दुश्मन नहीं है, वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शुभचिंतक हैं और हमेशा पीएम मोदी के कल्याण की बात करते हैं. अगर वो कोई गलती करते है तो वो उसके लिए उनसे कहते है.
क्या है दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण का विवाद: दरअसल, दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ धाम की तरह ही भव्य मंदिर बनाया जा रहा है, जिसके कार्यक्रम में बीते दिनों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए थे, तभी से इस विवाद में तुल पकड़ लिया. दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के निर्माण का कांग्रेस के साथ-साथ अब पंडा समाज भी अपना विरोध जता रहा है. वहीं अब ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी दिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर को गलत बताया है और उस अपनी नाराजगी जताई है.
पढ़ें---