भोपाल: मध्य प्रदेश में 7वीं और आखिरी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 16 जनवरी गुरुवार को शहडोल में होने जा रही है. इस समिट से पहले ही शहडोल में निवेशकों ने धन वर्षा की तैयारी कर ली है. दरअसल, प्रदेश सरकार को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू होने से पहले ही 20 हजार करोड़ रु के निवेश का प्रस्ताव मिल चुका है. इसमें खनन, ऊर्जा और पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों में अच्छा निवेश आने की उम्मीद है.
सरकार को पहले ही मिला 20 हजार करोड़ का निवेश प्रस्ताव. (ETV Bharat) मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हर जिले में इन्वेस्टर्स फैसिलिटेशन सेंटर शुरू करने के निर्देश दिए हैं. जिला कलेक्टरों को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही सीएम ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले ही अपने विभाग से संबंधित सभी समस्याओं को चिन्हित कर उन्हें दूर कर लें.
खनिज संपदा से भरपूर है शहडोल, निवेशकों की खास निगाहें
आदिवासी बहुल जिले शहडोल में होने जा रही समिट में सरकार को निवेश की काफी उम्मीदें हैं. सबसे ज्यादा खनिज, पर्यटन और ऊर्जा सेक्टर में निवेश की उम्मीद है. दरअसल, खनिज संपदा से भरपूर शहडोल जिला देश के प्रमुख कोयला उत्पादक स्थानों में आता है. यहां मीथेन गैस, फायर क्ले सहित कई खनिज मौजूद हैं. सोहागपुर कोलफील्ड एशिया के सबसे बड़े कोलफील्ड में गिना जाता है.
बेहतर लॉजिस्टिक्स का मिलेगा फायदा
इसके अलावा शहडोल जिले की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां लॉजिस्टिक सेक्टर में भरपूर संभावनाएं मौजूद हैं. शहडोल से छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के लिए अच्छी पहुंच मौजूद हैं. यही वजह है कि सबसे ज्यादा निवेश प्रस्ताव इन्हीं सेक्टरों में आए हैं.
भोपाल में होगी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, पीएम करेंगे शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुताबिक, '' शहडोल संभाग के तीनों जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि स्थानीय युवा उद्यमियों को स्टार्टअप के लिए तैयार करें. उन्हें स्वरोजगार के लिए तमाम सहायता उपलब्ध कराई जाए. प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रोत्साहित करने के लिए नीति बनाई गई है. इस मामले में मध्य प्रदेश देश में चौथे स्थान पर है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट फरवरी माह में भोपाल में होनी है. इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. इस समिट के लिए जर्मनी के अलावा जापान भी पार्टनर बना है.''
अब तक 6 रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का हो चुका है आयोजन
मध्य प्रदेश में अब तक 6 रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित हो चुके है. पहला कॉन्क्लेव उज्जैन में हुआ था जिसमें 1 लाख करोड़ का निवेश आया था. 20 जुलाई 2024 को जबलपुर में दूसरा कॉन्क्लेव हुआ था, इसमें 22 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए थे. इसी प्रकार ग्वालियर में आयोजित तीसरे कॉन्क्लेव में 8 हजार करोड़, सागर में आयोजित चौथे कॉन्क्लेव में 23 हजार 181 करोड़, रीवा में आयोजित पांचवे कॉन्क्लेव में 30 हजार 814 करोड़ और दिसंबर में नर्मदापुरम में हुए छठे कॉन्क्लेव में 31 हजार 800 करोड़ के प्रस्ताव मिले थे.