शहडोल: नवरात्रि का आज नौवां दिन है. शनिवार को दशहरा है, जिसकी वजह से बाजार में भीड़ उमड़ रही है. शहर में जगह-जगह भंडारा का कार्यक्रम चल रहा है और लोग दशहरा की तैयारियों में जुटे हुए हैं. इन सब के बीच गेंदा के फूल के दाम भी काफी बढ़े हुए हैं. क्योंकि दशहरा का पर्व आते ही गेंदा के फूल की डिमांड भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. वहीं, गेंदा के फूल को शुभता का प्रतीक माना जाता है. इसलिए भी लोग गेंदा के फूलों को दशहरा के पर्व पर अपने घरों में लगाकर सजाते हैं.
दशहरा में महंगा हुआ गेंदा फूल
फूल व्यापारी सोनू गुप्ताबताते हैं कि "गेंदा के फूल का असली क्रेज़ तो त्योहार पर ही देखने को मिलता है. जब दशहरा का त्यौहार आता है, तो उस समय इसकी काफी ज्यादा डिमांड रहती है. वर्तमान में गेंदा के फूल के दाम भी बढ़े हैं. गेंदा का फूल अभी डेढ़ सौ रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहे हैं. अभी दो-चार दिन पहले तक यही गेंदा का फूल 100 से 120 रुपए किलो तक बिक रहा था, लेकिन अब इसके दाम भी बढ़ गए हैं, क्योंकि इसकी डिमांड बहुत ज्यादा है."
गेंदा का धार्मिक महत्व
गेंदा के फूल का धार्मिक महत्व भी है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्रीबताते हैं कि "दशहरा को विजय के प्रतीक के पर्व के तौर पर देखा जाता है. गेंदा के फूल को भी इस विजय पर्व के दिन चढ़ाने का महत्व है. गेंदा को सूर्य का प्रतीक भी माना गया है. शास्त्रों में उल्लेख है कि गेंदा का फूल सुंदरता के साथ ही ऊर्जा का भी एक बड़ा केंद्र है." ज्योतिष आचार्य की माने तो ये फूल जहां भी लगा होता है. वहां नेगेटिव ऊर्जा खत्म हो जाती है. गेंदा का फूल बृहस्पति देव से भी संबंधित है."