नई दिल्ली:दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट कटने से वंचित रहने वाले नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के सीलमपुर से विधायक अब्दुल रहमान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए. पिछले महीने आम आदमी पार्टी द्वारा सीलमपुर से कांग्रेस नेता जुबेर अहमद को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से ही अब्दुल रहमान नाराज चल रहे थे.
जुबेर अहमद के पिता चौधरी मतीन अहमद कांग्रेस से सीलमपुर से लगातार पांच बार विधायक रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में मतीन अहमद को ही हराकर अब्दुल रहमान विधायक चुने गए थे. पिछले महीने ही कांग्रेस के बाबरपुर जिलाध्यक्ष चौधरी जुबेर अहमद और उनकी पार्षद पत्नी शगुफ्ता चौधरी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे. उसके कुछ दिन बाद खुद चौधरी मतीन अहमद भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे. उन्हें केजरीवाल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. उस दौरान ही अब्दुल रहमान ने आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. तभी से अब्दुल रहमान का आम आदमी पार्टी छोड़ने तय माना जा रहा था.
मंगलवार को रहमान ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट करके लिखा; ''मैं अब्दुल रहमान, विधायक, सीलमपुर विधानसभा, आज भारी मन से आम आदमी पार्टी की सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय ले रहा हूं. यह निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था. लेकिन, पार्टी के नेतृत्व और नीतियों में जिस तरह से मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों की उपेक्षा की गई है. उसके बाद यह मेरा नैतिक कर्तव्य बन गया है.''