नई दिल्ली : दिल्ली के उत्तरी जिला सिविल लाइंस इलाके में कुछ दिनों पहले तेज रफ्तार गाड़ी ने ऑफिस जा रहे स्कूटर सवार को टक्कर मार दी थी. स्कूटर सवार का कई दिनों तक अस्पताल में इलाज चला, लेकिन इलाज के दौरान अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना परिवार ने पुलिस को दी. पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस मामले में केवल खानापूर्ती कर रही है.
मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस मामले में तथ्यों की जांच नहीं कर रही है. हादसे का सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए मुस्तैद नहीं है. उत्तरी जिला के डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने बताया की 19 जनवरी को सुबह करीब 9 बजे सिविल लाइंस इलाके में चंदगीराम अखाड़े की रेड लाइट के पास सिविल लाइंस पुलिस को एक्सीडेंट की सूचना मिली. पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को इलाज के लिए सिविल लाइंस स्थित ट्रामा सेंटर पहुंचाया.
हादसे में घायल शख्स का नाम हेमंत वर्मा (45) था, घायल स्कूटर से नोएडा ऑफिस जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ. हेमंत के बैग में पुलिस को एक पर्ची मिली जिसपर पड़ोसी दुकानदार का एड्रेस और उसका फोन नंबर लिखा हुआ था. पुलिस ने हादसे की जानकारी उस दुकानदार को दी. दुकानदार ने बताया की घायल अशोक विहार फेज 3 में परिवार के साथ रहता है. घटना की जानकारी मिलने के बाद घायल के परिजन भी अस्पताल पहुंचे. करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में इलाज के बाद 26 जनवरी को घायल की मौत हो गई .