नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने शनिवार को आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी की सरकार से ऊब चुकी है. आम आदमी पार्टी अल्पसंख्यकों का वोट लेती आई है, लेकिन यह पार्टी अल्पसंख्यकों के साथ कभी खड़ी नहीं दिखी. केजरीवाल ने पिछले 10 साल में अल्पसंख्यकों को केवल ठगा और छला है. इस बात को लेकर दिल्ली में काफी गुस्सा है और लोग सवाल भी पूछ रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'आप' को दिल्ली और पंजाब से दो बार राज्यसभा सदस्य भेजने का मौका मिला, लेकिन पार्टी ने कभी किसी अल्पसंख्यक राज्यसभा जाने का मौका नहीं दिया गया. अरविंद केजरीवाल अपने किसी भी मुस्लिम प्रत्याशी के लिए वोट मांगने जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से मेरे कई सवाल हैं.
अरविंद केजरीवाल से 5 सवाल 👇
— Delhi Congress (@INCDelhi) February 1, 2025
• जहांगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों पर केजरीवाल क्यों चुप रहे?
• बिलकिस बानो के मुद्दे पर मनीष सिसोदिया ने चुप्पी क्यों रखी?
• केजरीवाल और पूरी पार्टी शाहीनबाग आंदोलन के विरोध में क्यों थी?
• कोरोना के समय केजरीवाल ने BJP सरकार के साथ… pic.twitter.com/hHRdkq00iw
उन्होंने आगे कहा, आम आदमी पार्टी ने एक नई राजनीति देने का वादा किया था लेकिन आज यह पार्टी बहरूपियों की पार्टी बन चुकी है. केवल झूठे वादे और दावे करके लोगों को ठगने का काम किया जा रहा है. जनता बखूबी अब केजरीवाल को समझ चुकी है और आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में जवाब देने का काम करेगी. कांग्रेस बहुत मजबूती से चुनाव लड़ रही है. तमाम दिग्गज नेता जमीनी स्तर पर चुनाव प्रचार में दिखाई दे रहे हैं. राहुल गांधी लगातार जनता के बीच जाकर जनसभाएं कर रहे हैं. प्रियंका गांधी ने भी जनसभाएं और रोड शो किए हैं. आम आदमी पार्टी इतनी घबराई हुई है की अलग-अलग प्रदेशों से विभिन्न पार्टियों के नेताओं को चुनाव प्रचार करने के लिए बुलाना पड़ रहा है.
इमरान प्रतापगढ़ी के केजरीवाल से सवाल-
- जहांगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों पर केजरीवाल क्यों चुप रहे?
- बिलकिस बानो के मुद्दे पर मनीष सिसोदिया ने चुप्पी क्यों रखी?
- केजरीवाल और पूरी पार्टी शाहीनबाग आंदोलन के विरोध में क्यों थी?
- कोरोना के समय केजरीवाल ने बीजेपी के साथ मिलकर मरकज और तब्लीगी जमात को क्यों बदनाम किया?
- जब AAP विधायक नरेश यादव को धार्मिक ग्रंथ बेअदबी के मामले में सजा मिली, तब भी केजरीवाल उसे बचाने में क्यों लगे रहे?
- केजरीवाल ने प्रतिनिधित्व देने के मामले में मुस्लिमों को पीछे क्यों रखा?
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि दिल्ली की जनता बखूबी इस बात को समझ रही है कि शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान दिल्ली का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हुआ था. अरविंद केजरीवाल की खांसी तो ठीक हो गई, लेकिन पूरी दिल्ली खांस रही है. दिल्ली में प्रदूषण के हालत बत्तर हो चुके हैं.
यह भी पढ़ें-
दिल्ली विधानसभा चुनाव: जंगपुरा में कैसा है सियासी माहौल, जानिए क्या कहते हैं वोटर्स?
अमित शाह का दिल्ली की जनता से वादा, 1700 अनधिकृत कॉलोनियों को मालिकाना हक देगी भाजपा
बांसुरी स्वराज के खिलाफ सत्येंद्र जैन के आपराधिक मानहानि याचिका पर संज्ञान लेने पर फैसला सुरक्षित