गिरिडीह : अनिल यादव हत्याकांड में सरकारी कर्मी बैजू रविदास जेल में है. जेल जाने से पहले बैजू ने हत्या का सारा इल्जाम अपने ऊपर ले लिया है. उसने पुलिस को बताया है कि उसने न सिर्फ अनिल को मारा, बल्कि शव को खुद ही ठिकाने लगाया. बैजू के इस इकबालिया बयान के बाद लाश को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल की गई कार, हत्या में इस्तेमाल की गई भुजाली और बैजू के घर से मिले खून के धब्बे को जब्त कर बैजू को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इसके बावजूद पुलिस की जांच जारी है. एसपी दीपक कुमार शर्मा के निर्देश पर गठित विशेष टीम के अधिकारी बैजू द्वारा दिए गए बयान के मद्देनजर भी छानबीन कर रहे हैं.
वैज्ञानिक तरीके से सबूतों का हो रहा जुटान
गिरिडीह एसपी ने इस हत्याकांड को काफी गंभीरता से लिया है. यही वजह है कि पुख्ता सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं, ताकि हत्यारे को सजा मिल सके. यही वजह है कि एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से खून के धब्बे जुटाने के साथ ही अन्य साक्ष्यों की भी बारीकी से तलाश की. वहीं फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट के जरिए फिंगरप्रिंट भी जुटाए गए. अब पुलिस ने मृतक के माता-पिता के खून के सैंपल लेने की भी तैयारी कर ली है. माता-पिता के अलावा पुलिस जेल में बंद बैजू के खून के सैंपल लेने की भी तैयारी कर रही है, ताकि घटनास्थल पर मिले खून के धब्बों का मिलान किया जा सके. इसके लिए पुलिस कोर्ट से आदेश लेगी. आदेश मिलते ही यह काम कर दिया जाएगा.
बैजू को रिमांड पर लेने की तैयारी
दूसरी ओर पुलिस कुछ सवालों और बैजू के बयान को अन्य मिली जानकारियों से भी जोड़ रही है. ऐसे में इस मामले की जांच कर रही विशेष टीम ने भी बैजू को रिमांड पर लेने की तैयारी कर ली है. टीम ने उसे रिमांड पर लेने की तैयारी पूरी कर ली है और जल्द ही कोर्ट से आदेश लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. कहा जा रहा है कि पुलिस जमीन के कारोबार से जुड़े कुछ सवालों के जवाब भी तलाश रही है.
सीसीटीवी में कैद तस्वीर पर भी होगी पूछताछ