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सावन के तीसरे सोमवार पर शिव मंदिरों में बम-बम भोले की गूंज, दर्शन के लिए उमड़े भक्त - Sawan Third Somwar 2024 - SAWAN THIRD SOMWAR 2024

Sawan Third Somwar 2024: आज सावन का तीसरा सोमवार है और भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चना के लिए सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है. राजधानी के अलग-अलग मंदिरों से जलाभिषेक की तस्वीरें सामने आई है.

SAWAN THIRD SOMWAR 2024
सावन के तीसरे सोमवार पर दिल्ली के शिवालयों में उमड़े भक्तजन (Source: ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 5, 2024, 9:48 AM IST

Updated : Aug 5, 2024, 10:52 AM IST

नई दिल्ली: आज सावन का तीसरा सोमवार है, राजधानी के तमाम शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है. पुरानी दिल्ली में मौजूद प्राचीन श्री गौरी शंकर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. श्रद्धालु हाथों में जल, बेल पत्र, धतूरा और फूल लेकर मंदिर पहुंच रहे हैं.

इसके अलावा दिल्ली में यमुना किनारे लोहे के पुल से सटे नीली छतरी शिव मंदिर पर भी भक्तों की काफी भीड़ देखने को मिली, इस मंदिर की बड़ी मान्यता है. यहां राजनीतिक हस्तियां भी रुद्राभिषेक करने पहुंचती हैं. मंदिर के संयोजक मुकेश शर्मा ने बताया कि दिल्ली में एक मात्र नीली छतरी शिवालय है, जिस पर अभिषेक सीधा मां यमुना में जाता है. यही ऐसा शिवालय है, जहां सबसे अधिक रुद्राभिषेक होते हैं. महाराजा युधिष्ठिर ने मंदिर क्षेत्र का जीर्णोद्धार कराया था. पिछले साल यमुना में ऐतिहासिक बाढ़ आई, जिसमें मंदिर डूब गया. तब भी बाहर सीढ़ियों पर खड़े होकर पूजा की. जब पानी कमर तक उतरा, तब अंदाजे से शिवलिंग पर अभिषेक किए गए. घी के कनस्तर छोड़कर सब कुछ बह गया. बाद में मंदिर से गाद निकाली गई. सारे इलेक्ट्रॉनिक आइटम खराब हो गए. फिर से बिजली के सभी उपकरण और रंग-रोगन हुआ.

मंदिर के महंत मनीष शर्मा ने बताया कि ये दिल्ली के द्वापरयुग के 4 मंदिर कालकाजी, योगमाया, किलकारी भैरा-दूधिया भैरों में से एक है. मंदिर के गुंबद में नीलम लगे थे, उस समय रात में जब चंद्रमा की किरणें पड़ती थी, तब आकाश नीला हो जाता था. इसीलिए इसे नीली छतरी मंदिर कहते हैं. इसी मंदिर में अश्वमेध यज्ञ को पूरा करके युधिष्ठिर चक्रवर्ती सम्राट यानी पूरे भारतवर्ष के राजा हुए. इसके अलावा इस मंदिर की खासियत है कि यहां पर 24 घंटे रुद्राभिषेक होता है. भक्त कई पीढ़ियों से आकर यहां भगवान शिव की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं और हर रोज यहां भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है. प्राचीन नीली छतरी मंदिर के बारे में एक और कथा काफी प्रचलित है. बताया जाता है कि भगवान कृष्ण की आठवीं पत्नी यमुना ने इसी मंदिर में भगवान शिव के सामने शादी की थी.

मंदिर में जलाभिषेक करने आए भोलेनाथ के भक्त अतुल कुमार शर्मा ने बताया कि वह पेशे से एक वकील हैं. वह हर शुभ काम से पहले नीली छतरी मंदिर आते हैं. यहां जलाभिषेक करने से भोले बाबा सभी मनोकामनएं पूरी करते हैं. वहीं एक अन्य भक्त बीते 32 वर्षों से लगातार नीली छतरी मंदिर आ रहे हैं, जैसे भारत भर में 12 ज्योतिर्लिंग है उसी तरह नीली छतरी मंदिर दिल्ली का द्वादश ज्योतिर्लिंग है. अगर यहां जलाभिषेक कर लिए तो सभी 12 ज्योतिर्लिंगों का जलाभिषेक कर लिया.

वहीं, नई दिल्ली में स्थित झण्डेवालान देवी मंदिर में आज सावन मास के तीसरे सोमवार को भगवान शंकर का रूद्राभिषेक किया गया. झण्डेवालान देवी मन्दिर के मीडिया प्रमुख नन्द किशोर सेठी ने बताया कि आज विशेष रूप से ऊपर व प्राचीन गुफा वाले शिवालय में भक्तों नें बड़ी श्रद्धा के साथ पूजन किया. इसके अलावा प्राचीन गुफा वाले शिवालय में केवल उन्हीं भक्तों द्वारा अभिषेक करवाया गया, जिन्होंने इसकी पहले से बुकिंग की थी. कहा जाता है सावन शिवजी का सबसे प्यारा महीना है और सोमवार का दिन उनका सबसे खास दिन होता है.

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Last Updated : Aug 5, 2024, 10:52 AM IST

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