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'आगे बिहार तो पीछे UP', BDO साहिबा को अपनी गाड़ी पर दो नंबर प्लेट लगाना पड़ा महंगा, DTO का एक्शन - Saur Bazar BDO Car Fined

बिहार में पर्सनल गाड़ी पर दो राज्यों का नंबर प्लेट लगाना महिला अधिकारी को महंगा पड़ गया. डीटीओ ने मामले में बड़ी कार्रवाई की है.

सहरसा में सौर बाजार बीडीओ की गाड़ी का कटा चालान
सहरसा में सौर बाजार बीडीओ की गाड़ी का कटा चालान (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 5, 2024, 10:41 AM IST

Updated : Oct 5, 2024, 11:20 AM IST

सहरसाः बिहार के सहरसा में बीडीओ नेहा कुमारी के खिलाफ डीटीओ ने बड़ी कार्रवाई की है. जिला परिवहन विभाग की ओर से बीडीओ की गाड़ी का चलान काटा गया है. परिवहन विभाग की यह कार्रवाई जिले में चर्चा का विषय बन गया है. विभाग के पदाधिकारी संजीव कुमार ने इसकी पुष्टि की है.

"एक ही गाड़ी में दो नंबर प्लेट लगाने के आरोप में सौर बाजार बीडीओ पर कार्रवाई की गई है. उन्हें 4500 रुपए का चलान काटा गया है."-संजीव कुमार, वही परिवहन विभाग सहरसा

गाड़ी के पीछे यूपी का नंबर (ETV Bharat)

4500 रुपए का चालान:दरअसल, मामला नंबर प्लेट से जुड़ा है. बीडीओ की गाड़ी में दो राज्यों का नंबर प्लेट लगाया था. बिहार में इसकी खबर आते ही डीटीओ हरकत में आ गया और 4500 रुपए का चालान काट दिया. हालांकि इस मामले में बीडीओ ने अपनी सफाई दी थी. कहा कि गलती से गाड़ी पर दो नंबर प्लेट है.

बीडीओ की पर्सनल गाड़ीः जानकारी के अनुसार फोर्ड कंपनी की इकोस्पोर्ट सौर बाजार बीडीओ की पर्सनल गाड़ी है. इस गाड़ी से बीडीओ आवास से कार्यालय आने-जाने में इस्तेमाल करती हैं. बीते दिनों खबर आयी की बीडीओ की गाड़ी पर दो राज्य का नंबर लगा हुआ था. इसके बाद लोग जिला परिवहन विभाग पर सवाल खड़ा करने लगे. कहा कि अगर कोई आम लोग की गाड़ी होती तो अभी तक चालान कट गया होता.

बिहार और यूपी का नंबरः दरअसल, गाड़ी के आगे बिहार का रजिस्ट्रेशन नंबर (बीआर 06 डीटी 8204) थी. गाड़ी के पीछे उत्तर प्रदेश का नंबर (यूपी 14 सीजे 7708 ) ती. गाड़ी के आगे और पीछे कांच पर मोटे और लाल अक्षर में बिहार सरकार लिखा है. आगे सौर बाजार बीडीओ का बोर्ड भी लगा हुआ था. हालांकि इस मामले में बीडीओ ने बताया कि किसी ने साजिश के तहत वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.

गाड़ी के आगे बिहार का नंबर (ETV Bharat)

हड़बड़ में हुई गड़बड़ः बीडीओ ने बताया कि यह गाड़ी पहले यूपी में थी. बाद में यह बिहार लायी गयी थी. बिहार आरटीओ रजिस्ट्रेशन के लिए मुजफ्फरपुर से नंबर लिया गया था. सहरसा डीटीओ से नंबर प्लेट लिया था. आगे का नंबर प्लेट बदल कर बिहार का लगाया गया लेकिन जल्दीबाजी के कारण पीछे का नंबर प्लेट नहीं बदला जा सका. बीडीओ ने बताया कि वे जल्दी में प्रखंड कार्यालय आ गयी थी.

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Last Updated : Oct 5, 2024, 11:20 AM IST

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