सतना: शहर के वार्ड नंबर 22 में नारायण तालाब के बांध टूटने के दूसरे दिन मध्य प्रदेश शासन की नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी बांध ने घटना स्थल का मुआयना किया. इस दौरान मंत्री ने पीड़ितों से स्थिति जानी. उसी दौरान एक बुजुर्ग ने भी अपनी बात रखी. इस दौरान सामने आए वीडियो में कलेक्टर ने पीड़ित शख्स का घर नापने का आदेश दे दिया. इसी बात को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने सवाल उठाए हैं. इधर सतना जनसंपर्क विभाग और नगर निगम ने भी ट्वीट कर मामले में सफाई दी है.
मंगलवार दोपहर टूटा था नारायण तालाब का बांध
नारायण तालाब का बांध मंगलवार की दोपहर टूट गया था. जिसके चलते करीब आधा सैकड़ा मकानों में 4 से 5 फीट तक पानी भर गया था और पानी की रफ्तार इस कदर थी कि उसे रोक पाना किसी के बस में नहीं था. जब तक लोग पानी के मकान में घुसने के बारे में समझ पाते तब तक पानी लोगों के घरों के अंदर घुस चुका था और लोगों के चार पहिया दो पहिया वाहनों के साथ गृहस्थी का पूरा सामान पानी से खराब हो गया. ऐसे में प्रशासन द्वारा लोगों के घरों से पानी निकलवाया गया.
राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी पहुंची घटनास्थल
बांध टूटने पर यह जानकारी निकलकर सामने आई कि नगर निगम द्वारा नारायण तालाब का सौंदर्यकरण कार्य किया जा रहा था. इसके बाद मौके पर दूसरे दिन मध्यप्रदेश सरकार की राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी घटना स्थल पहुंची. उनके साथ जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा, कमिश्नर नगर निगम शेर सिंह मीणा सहित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे. इस दौरान राज्य मंत्री से स्थानीय वार्डवासी रिटायर्ड पुलिसकर्मी दयानंद पांडेय राज्य मंत्री को बांध टूटने की घटना बताई. इसी दौरान के सामने आए वीडियो में कलेक्टर ने कहा कि नाले पर कब्जा किया और इसका मकान नापो. इस बीच बुजुर्ग हाथ जोड़ते हुए नजर आ रहा है.
'ठेकेदार की गलती आ रही सामने'
इधर इस मामले मेंराज्य मंत्री प्रतिमा बागरी का कहना है कि "पीड़ित की बात सुन ली थी लेकिन वह बार बार एक ही बात दोहरा रहा था. इसी कारण कलेक्टर ने उसे कहा कि अब ठेकेदार की बात सुन लेने दो. ओवर प्लो को लेकर कहा कि उस दौरान वहां क्या हुआ पता लगाया जा रहा है लेकिन फिलहाल ठेकेदार की गलती सामने आई है और उसी पर कार्रवाई कर रहे हैं."