बेतिया:बुधवार को बेतिया नगर निगम की बैठक चर्चा का विषय बनी रही. इस बैठक ने वेब सीरीज'पंचायत' की याद दिला दी. जिस तरह से वेब सीरीज में मुखिया पति और वार्ड पार्षदों के पति काम करते थे, कुछ वैसा ही नजारा यहां देखने को मिला. इससे सांसद डॉ. संजय जायसवाल खासे नाराज हुए.
बेतिया नगर निगम बोर्ड की बैठक में हंगामा: नगर निगम बोर्ड की बैठक हंगामे के साथ शुरू हुई और हंगामे के साथ ही समाप्त हुई. नगर निगम की बोर्ड की बैठक में बेतिया सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल और आरजेडी एमएलसी सौरभ कुमार, नगर निगम की मेयर गरिमा देवी शिकारिया समेत सभी पार्षद मौजूद रहे.
नाराज होकर बाहर निकले सांसद और एमएलसी:जैसे ही बैठक शुरू हुई हंगामा शुरू हो गया. नगर निगम की बोर्ड की बैठक में से नाराज होकर सांसद डॉ संजय जायसवाल और एमएलसी सौरभ कुमार बाहर निकल गए. सांसद और एमएलसी ने नगर निगम के आयुक्त और मेयर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि यह बिहार का अद्भुत नगर निगम है.
"मैं इसके बारे में माननीय मंत्री को मैं लिखूंगा. बेतिया नगर निगम देश का एकमात्र नगर निगम है, जहां सामान्य बोर्ड की बैठक में महिला वार्ड पार्षदों के बेटे और पति बैठते हैं. सीएम नीतीश कुमार का महिला सशक्तिकरण पूरी तरह से फेल हो गया है. नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. महिला वार्ड पार्षद के बेटे पतियों को दर्शक दीर्घा में बैठाया जाता है. गुंडों को बैठाया जाता है."- डॉ संजय जायसवाल, सांसद
आयुक्त पर संजय जायसवाल का आरोप:संजय जायसवाल ने कहा कि यह किस नियम से किया गया है, आयुक्त जवाब भी नहीं दे रहे हैं. आयुक्त प्रोसेडिंग भी नहीं दिखा रहे हैं. यहां महिला सशक्तिकरण फेल है. महिला आरक्षण नीति बेतिया नगर निगम में पूरी तरह से फेल है. मैंने 16 साल के संसदीय जीवन में ऐसा कभी नही देखा है.