संभल: शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर पूरे जिले में पुलिस अलर्ट मोड पर है. वहीं चंदौसी जिला अदालत में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. भारी फोर्स तैनात है और आने-जाने वालों की चेकिंग की जा रही है. बता दें कि शाही जामा मस्जिद के सर्वे की रिपोर्ट आज ही पेश की जानी है.
संभल हिंसा: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले आधी रात UP सरकार ने न्यायिक आयोग का किया गठन, प्रदेश में जुमा की नमाज के चलते हाई अलर्ट
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : 4 hours ago
|Updated : 1 minutes ago
लखनऊ:संभल हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले आधी रात UP सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है. इसी क्रम में यूपी पुलिस ने आज होने वाली जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट जारी किया है. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों और कमिश्नरों को संवेदनशील स्थानों पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. खासकर सम्भल और उसके आसपास जिलों की पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. डीजीपी प्रशांत कुमार ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों की पुलिस यह सुनिश्चित करे कि नमाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या रोजाना या फिर हर जुमा की ही तरह हो. कहीं भी अतिरिक्त जमावड़ा न होने पाए. इसके अलावा क्षेत्र में बाहरी लोगों के आवागमन पर भी नजर रखी जाए. धर्मगुरुओं और पीस कमेटी के सदस्यों से बातचीत कर ली जाए. डीजीपी ने पुलिस को ड्रोन से संवेदनशील इलाकों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया की भी सख्त मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं. डीजीपी के निर्देशानुसार, मुख्यालय और जिले स्तर पर सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर नजर रखी जाए. किसी भी अफवाह का तत्काल खंडन करने के साथ ही उस अकाउंट को ब्लॉक करवाते हुए पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाए.
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संभल जिला कोर्ट में आज पेश होगी सर्वे रिपोर्ट, भारी पुलिस बल तैनात
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले आधी रात UP सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन किया
लखनऊ:संभल हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले आधी रात UP सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल में हाल ही में हुई हिंसा की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन किया है. आयोग की अध्यक्षता रिटायर्ड हाईकोर्ट जज डीके अरोड़ा करेंगे. आयोग को हिंसा के कारणों और संबंधित पहलुओं की गहन जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आयोग को जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है ताकि उसको कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सके. संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए दंगे के बाद सरकार पर अनेक तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. सरकार का कहना है कि यह सुंयोजित हिंसा है. दूसरी ओर विपक्ष का रहा है कि हिंदूवादी संगठनों ने सर्वे के दौरान आपत्तिजनक नारे लगाए, जिसकी वजह से हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई है. मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि आयोग आधा दर्जन बिंदुओं पर इस पूरे मामले की जांच करेगा. जिसके आधार पर गृह विभाग को इस संबंध में रिपोर्ट पेश की जाएगी. इस रिपोर्ट के आधार परहाई कोर्ट मौके का पर्यवेक्षण करेगा. इसके बाद संबंधित फैसला दिया जाएगा. संभल में हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई है. हिंदू संगठनों का दावा है कि संभल की जामा मस्जिद में हिंदू मंदिर के अवशेष हैं. अदालत के आदेश के बाद इस संबंध में सर्वे किया जा रहा था. इस सर्वे के दौरान हिंसा हुई. इसी बावल में पांच लोग की मौत हुई और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इसके बाद में संभाल के इस पूरे मामले पर जबरदस्त राजनीति जारी है.इस पर बहस हो रही है. विपक्ष सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है.
सहारनपुर में जमीयत का बड़ा ऐलान, संभल हिंसा में मारे गए युवकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा, केस भी लड़ेगी
सहारनपुर :संभल में हुई घटना पर इस्लामिक संगठन भी मुखर हो गए हैं. जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने संभल हिंसा की निंदा की है. साथ ही मारे गए युवकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता देने का एलान किया है. कहा है कि घायलों के इलाज के लिए भी जमीयत मदद का हाथ बढ़ाएगी. जमीयत अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि संभल में पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया अमानवीय अपराध किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है. हम इसके खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे और पीड़ितों व गिरफ्तार किए गए निर्दोषों को न्याय दिलाएंगे. साथ ही संभल, अमरोहा व मुरादाबाद तीनों जिलों के पदाधिकारियों पर आधारित एक राहत समिति का भी गठन किया गया है. जिसका संयोजक संभल जमीयत अध्यक्ष हाफिज मोहम्मद शाहिद को बनाया गया है. मौलाना मदनी ने कहा कि विचार-विमर्श के बाद पीड़ितों को न्याय दिलाने में मदद के लिए कानूनी समिति भी बनाई जाएगी. वहीं, जमीयत महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन काजमी ने बताया कि उन्होंने टीएमयू यूनिवर्सिटी अस्पताल में घायलों के परिजनों से मुलाकात की. आरोप लगाया कि घायलों के पैरों में बेड़ियां डाल दी गई हैं. पुलिस घायलों पर बयान बदलने का दबाव बना रही है.
आगरा में अलर्ट, चप्पे चप्पे पर निगरानी
आगरा :ताजनगरी मेंजुमे की नमाज की वजह से अलर्ट जारी किया गया है. सम्भल की घटना के बाद अब शुक्रवार को आगरा पुलिस कमिश्नरेट के तीनों जोन में अलर्ट किया है. हर जोन में ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है. हर थाना क्षेत्र के दो से तीन संवेदनशील स्थलों पर पुलिस तैनात रहेगी. इसके साथ ही जिले में एलआईयू निगरानी बढ़ाई गई है. आगरा कमिश्नरेट पुलिस की ओर से सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है.
बता दें कि संभल की हिंसा के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट किया गया है. जिसके चलते शुक्रवार को मस्जिदों में जुमे की नमाज होगी. इस बारे में डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी. इसके अलावा सौ से अधिक स्थान पर पुलिस तैनात की गई है. एसीपी और थाना प्रभारी निरीक्षक समेत अन्य अधिकारी भ्रमणशील रहेंगे. पुलिस लाइन मैदान में दंगा नियंत्रण का रिहर्सल भी किया गया है. इसमें समस्त पुलिसकर्मियों को बुलाया गया है. शुक्रवार सुबह से ही हर क्षेत्र में पुलिस की निगरानी रहेगी. पुलिस की निगरानी मिश्रित आबादी क्षेत्र में रहेगी. हर थाना प्रभारी निरीक्षक को अलर्ट कर दिया है.