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संभल में 46 साल से बंद शिव मंदिर खुला, पूजा-पाठ शुरू; बिजली चोरी पकड़ने गए DM-SP को मिला धार्मिक स्थल - SAMBHAL SHIV TEMPLE

मुस्लिम इलाके में 1978 से बंद था मंदिर. हिंदुओं के पलायन करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इलाके में कर लिया था कब्जा.

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संभल में 46 साल से बंद शिव मंदिर को DM-SP ने खुलवाया. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 5 hours ago

Updated : 21 minutes ago

संभल: यूपी के संभल जनपद में बिजली चोरी और अतिक्रमण के खिलाफ डीएम और एसपी की कार्रवाई चल रही है. इसी बीच टीम को नखासा के खग्गू सराय में एक शिव मंदिर मिला, जिसके कपाट बंद थे. पड़ताल की गई तो पता चला यह मंदिर 46 साल से बंद पड़ा है. इस पर प्रशासन की टीम ने मंदिर के कपाट खुलवाए. बताया जाता है कि मुस्लिम इलाके में स्थित यह शिव मंदिर 1978 से बंद था.

शनिवार को डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने अधिकारियों के साथ संभल के खग्गू सराय मोहल्ले में अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया तो यहां एक पुराना शिव मंदिर होने की जानकारी सामने आई. इसके बाद अधिकारियों ने इस मंदिर को खुलवाया. अंदर जाकर देखा तो उसमें भगवान शिव और हनुमान जी की मूर्ति थी.

संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर की सफाई करते पुलिस अधिकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

यह मंदिर महमूद खा सराय इलाके में एक बंद मकान में पाया गया, जो 1978 के दंगे के दौरान हिंदू परिवार का था. बाद में मकान बेच दिया गया और तब से यह बंद पड़ा था. जिलाधिकारी (डीएम) राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई की निगरानी में मंदिर की सफाई कराई गई और कुएं की खोदाई शुरू कराई गई है.

डीएम पेंसिया ने बताया कि मंदिर पर अतिक्रमण करके उसे बंद कर दिया गया था. मंदिर की सफाई कराई जा रही है और इसके मकान के मालिकाना हक को लेकर जांच की जा रही है. इसके पास स्थित प्राचीन कुएं के ऊपर रैंप बनाया गया था. रैंप हटाने पर कुआं मिला है. इसके साथ ही शाम को मंदिर में लोगों ने पूजा-पाठ भी शुरू कर दिया.

संभल के मुस्लिम में इलाके में बंद मिले मंदिर की सफाई करते पुलिस कर्मी. (Photo Credit; ETV Bharat)

असली मालिक को सौंपा जाएगा मंदिर:मंदिर को उसके असली मालिकों को सौंपा जाएगा और अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई होगी. इसके साथ ही पुरातत्व विभाग (एएसआई) से मंदिर की प्राचीनता का पता लगाने के लिए कार्बन डेटिंग कराने को कहा गया है. साथ ही, शाही जामा मस्जिद क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने और बिजली चोरी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई जारी है. प्रशासन की टीम ने इलाके में सड़कों, नालों से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए हैं.

300 से अधिक मकानों में मिली बिजली चोरी:बिजली चोरी के खिलाफ चलाए गए इस अभियान में 300 से अधिक मकानों में बिजली चोरी पकड़ी गई. इनमें कई मस्जिदें भी शामिल हैं. टीम ने पाया कि एक मस्जिद में 59 पंखे, एक फ्रिज, वॉशिंग मशीन और 25-30 लाइट प्वाइंट बिजली चोरी से चलाए जा रहे थे.

संभल के मुस्लिम में इलाके में बंद मिले मंदिर के पास का कुआं भी पाट दिया गया था. (Photo Credit; ETV Bharat)

बिजली विभाग की सुरक्षा के लिए फोर्स तैनात:बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने बताया कि दोषियों पर कार्रवाई हो रही है. पुलिस ने बिजली विभाग की टीमों की सुरक्षा के लिए क्षेत्र में दो प्लाटून पुलिस बल तैनात किया है. प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है.

संभल के मुस्लिम में इलाके में बंद मिला मंदिर. (Photo Credit; ETV Bharat)

मस्जिदों में भी बिना कनेक्शन चलती मिली बिजली:नखासा क्षेत्र में डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में बिजली विभाग की टीम ने रायसत्ती, नखासा, हिन्दूपुरा खेड़ा और दीपा सराय में चेकिंग अभियान चलाया. कई मकानों में बिजली चोरी पकड़ी है. इसमें कई मस्जिदें भी शामिल हैं. सभी के खिलाफ बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज की जानी है. जुर्माना भी लगाया जाएगा.

संभल के जामा मस्जिद क्षेत्र में सबसे ज्यादा लाइनलॉस:डीएम ने बताया कि संभल शहर में सबसे ज्यादा लाइनलॉस इन्हीं इलाके में होता है. हर महीने करोड़ों रुपये की बिजली चोरी की जाती है. बिजली विभाग की टीम प्रभावी तरीके से कार्रवाई नहीं कर पाती है. इसलिए यह कार्रवाई शनिवार की सुबह से शुरू कराई गई है. बताया कि अतिक्रमण भी हटवाया जा रहा है.

संभल के मुस्लिम में इलाके में बंद मिले मंदिर के अंदर जाती पुलिस टीम. (Photo Credit; ETV Bharat)

मंदिरों पर अतिक्रमण करके बना लिए गए घर:अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने बताया कि जांच में पाया गया कि कुछ लोगों ने मंदिर पर कब्जा कर घर बना लिए थे. मंदिर में भगवान शिव और हनुमान की मूर्तियां मौजूद हैं. पहले इस इलाके में हिंदू परिवार रहते थे, लेकिन किसी कारणवश क्षेत्र छोड़कर चले गए. किसी भी धार्मिक स्थल या सार्वजनिक संपत्ति पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अतिक्रमण करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

संभल में 1978 के दंगों की कहानी बताते नगर हिंदू महासभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी. (Video Credit; ETV Bharat)

78 के दंगों के बाद हिंदुओं का हुआ था पलायन:नगर हिंदू महासभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना की है. उनका कहना है कि यह कदम हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं को सम्मान देने के लिए उठाया गया है. उनका बचपन इसी शिव मंदिर के पास गुजरा था. मोहल्ला खग्गू सराय में स्थित इस मंदिर के आसपास काफी तादात में हिंदू समुदाय के लोग रहा करते थे. लेकिन, वर्ष 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगे में धीरे-धीरे करके यहां के हिंदू परिवार सुरक्षित इलाकों में बस गए. 1978 में एक अफवाह फैली थी, जिसके बाद यहां सांप्रदायिक हिंसा हुई और उसके बाद यहां के हालात बदल गए.

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