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महाकुंभ का महाअमृत स्नान कल, आज से ही प्रयागराज में उमड़ा जनसैलाब, 10 करोड़ लोग लगाएंगे पुण्य की डुबकी - MAHAKUMBH MAUNI AMAVASYA

प्रयागराज की सड़कों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर जबर्दस्त भीड़, 1 लाख सुरक्षाकर्मी मेले में लगाए गए, कई किलोमीटर तक श्रद्धालुओं का रेला

महाकुंभ 2025.
महाकुंभ 2025. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 28, 2025, 1:40 PM IST

Updated : Jan 28, 2025, 3:19 PM IST

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के सबसे बड़े अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं का रेला चला आ रहा है. संगमनगरी की सभी सड़कें फुल हो चुकी हैं. सभी आश्रय स्थल, होटल भर चुके हैं. पूरा संगम क्षेत्र अट-पट सा गया है. ड्रोन की जो तस्वीरें हैं, उसमें संगम नोज पर तिल रखने की जगह नहीं बची है. भीड़ को देखते हुए लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन–पूजन बंद कर दिया गया है.

महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है. (Photo Credit; ETV Bharat)

प्रशासन ने 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद के हिसाब से अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने में देर रात तक बैठकें कीं. इतनी अपार भीड़ देखकर प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए हैं. लगातार ट्रेनों-बसों और अपने साथनों से आ रही भीड़ को होल्डिंग एरिया में रोकना पड़ रहा है. पुलिस की टीम लगातार एनाउंसमेंट कर रही है. भीड़ न लगाने की अपील कर रही है. जल, थल और नभ से सुरक्षा घेरा अभेद्य कर दिया गया है. एआई कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है.

महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़.
महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़. (Photo Credit; ETV Bharat)

10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान: महाकुंभ 2025 में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के मौनी अमावस्या पर आने का अनुमान है. प्रशासन ने भी 1 लाख सुरक्षाकर्मी मेले में लगाए हैं. महाकुंभ में सुरक्षा व्यस्था चाक चौबंद कर दी गई है. NSG, ATS जैसी सुरक्षा एजेंसियों ने अपना मोर्चा संभाल लिया है. 25 जनवरी रात 8 बजे से ही महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों की एंट्री बैन कर दी गई है. सारे पास निरस्त कर दिए गए हैं. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को वसंत पंचमी के अमृत स्नान के कारण महाकुंभ क्षेत्र में 5 फरवरी तक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. श्रद्धालुओं को 7 प्रमुख रूट्स पर निर्धारित किए गए पार्किंग स्थलों में ही वाहन खड़े करने होंगे. वहां से शटल बसों से महाकुंभ के नजदीक तक या पैदल आना होगा.

महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़.
महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़. (Photo Credit; ETV Bharat)

आइए अब जानते हैं संगम तक कैसे पहुंचें?

अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं और आपको संगम स्नान के लिए आना है तो स्टेशन से उतरकर आप फ्री सेवा में चलाई गईं परिवहन निगम की शटल बसों का प्रयोग कर संगम क्षेत्र के नजदीक तक आ सकते हैं. वहां से आप पैदल चलकर संगम क्षेत्र में स्नान के लिए जा सकते हैं. शटल बसें आपको संगम क्षेत्र के 3 से 5 किलोमीटर दायरे में छोड़ देंगी. इसके बाद आप पैदल चलकर संगम में महास्नान कर सकते हैं. इस स्टॉप पर भी आपके लिए शटल बसों की सुविधा दी गई है. 500 शटल बसें श्रद्धालुओं को संगम के नजदीक तक चलाने के लिए ही लगाई गई हैं. सड़कों परज्यादा भीड़ बढ़ने पर शटल बसों का संचालन भी बंद हो सकता है. अगर ऐसी स्थिति आती है तो आप यह मान कर चलिए कि आपको 15 से 20 किलोमीटर पैदल चलने के बाद ही संगम में अमृत स्नान करने का सौभाग्य मिलेगा.

जानिए किस रूट पर आएं तो वाहन कहां पार्क करें?

  • जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहन

चीनी मिल पार्किंग
पूरे सूरदास पार्किंग गारापुर रोड
समयामाई मंदिर कछार पार्किंग
बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग.

निर्देश:- जौनपुर की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.

  • वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन

महुआ बाग थाना झूंसी पार्किंग, अखाड़ा पार्किंग
सरस्वती पार्किंग झूंसी रेलवे स्टेशन
नागेश्वर मंदिर पार्किंग
ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग
शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग

निर्देश:- वाराणसी की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में वाहनों को खड़ा करके पैदल छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.

  • मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहन

देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवईया/देवरख
ओमेंक्स सिटी पार्किंग
गजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग

निर्देश:- मिर्जापुर की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में वाहनों को खड़ा करके पैदल अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

  • रीवा-बांदा-चित्रकूट की तरफ से आने वाले वाहन

नवप्रयागम पार्किंग पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार
एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी
महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग
मीरखपुर कछार पार्किंग

निर्देश:- रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बांध से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

  • कानपुर-कौशांबी की तरफ से आने वाले वाहन

काली एक्सटेंशन प्लाट नंबर 17 पार्किंग
इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान
पार्किंग दधिकांदो मैदान पार्किंग

निर्देश:- कानपुर-कौशाम्बी की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल जीटी जवाहर चौराहा होते हुए काली मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे |

  • लखनऊ-प्रतापढ़ की तरफ से आने वाले वाहन

गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग
नागवासुकी पार्किंग
बक्शी बांध कछार पार्किंग
बड़ा बागड़ा पार्किंग 01/02/03
आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा

निर्देश:- लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल नागवासुकी की मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

  • अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन

शिव बाबा पार्किंग में पार्क कराया जाएगा

निर्देश:- अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहन को खड़ा करके संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

पैदल यात्रियों के लिए ये मार्ग हैं तय

संगम आने का पैदल मार्ग- संगम आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैंप से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक ले जाया जाएगा.

संगम से वापसी का पैदल मार्ग- संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इण्टर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य को लौट सकेंगे. उल्लेखनीय है कि संगम मेला क्षेत्र में जाने के लिए प्रवेश मार्ग जवाहरलाल नेहरू मार्ग काली सड़क से एवं निकास मार्ग त्रिवेणी मार्ग प्रस्तावित है.

मौनी अमावस्या पर महासुरक्षा, जल, थल और आकाश से होगी निगहबानी: मौनी अमावस्या पर जल, थल और नभ से निगरानी की जाएगी. संगम क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है. कोई भी ड्रोन नहीं उड़ा सकेगा. बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर उसे पुलिस के एंटी ड्रोन मार गिराएंगे. लगभग 1 लाख पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवान तैनात रहेंगे. इसके अलावा एसडीआरफ, एनडीआरएफ और फायर के भी जवान मुस्तैद रहेंगे. मेला क्षेत्र में 2750 AI बेस्ड सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा लगभग 100 वीएमडी स्क्रीन लगाए गए हैं. महाकुंभ को 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थाने व 155 चौकियों में विभाजित किया गया है. मेले में 10 बीडीडीएस, एंटी सबोटाज की टीम, महिला कमांडो की भी तैनाती की गई है. संगम नोज पर भीड़ अधिक होने पर घुड़सवार पुलिस को भी तैयान किया गया है. 100 गोताखोरों को भी तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में एनएसजी व एटीएस कमांडो भी तैनात की गई है. यही नहीं मेला क्षेत्र में स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है. सादी वर्दी में भी पुलिस श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेगी. एआई कैमरों से भी गहन निगरानी रहेगी.

महाकुंभ में मौनी अमावस्या को लेकर 7 स्तरीय सुरक्षा घेरा : महाकुंभ 2025 के एसएसपी राजीव तिवारी ने बताया कि महाकुंभ में 7 चक्रीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है. श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए रूट डायवर्जन और ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. निर्धारित रूट्स पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग में खड़ाकर संगम स्नान के लिए आना होगा. महाकुंभ मेले के सभी प्रवेश मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की जांच और निगरानी की जा रही है.

अखाड़ों के अमृत स्नान का रूट और क्रम तय:

  • पहले सुबह 5:00 बजे महानिर्वाणी अखाड़े के नागा संन्यासी स्नान करेंगे, इसके बाद श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा स्नान करेगा.
  • सुबह 5.50 बजे निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा स्नान करेंगे.
  • सुबह 6.45 बजे जूना अखाड़ा का स्नान होगा, इसके बाद अवाहन अखाड़ा और पंच अग्नि अखाड़ा एक साथ स्नान करेंगे.
  • सुबह 9.25 बजे बैरागी अखाड़े के संत स्नान करेंगे, फिर 10.05 बजे दिगंबर अखाड़े के साधु-संत स्नान करेंगे.
  • 11.05 बजे निर्मोही अखाड़े के साधु-संत स्नान करेंगे, और आखिरी में उदासीन परंपरा के तीनों अखाड़े स्नान करेंगे.
  • दोपहर 12 बजे पंचायती अखाड़े के साधु-संत अमृत स्नान करेंगे, और 1.05 बजे पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन स्नान करेगा.
  • अंत में पंचायती निर्मल अखाड़ा दोपहर 2.25 बजे स्नान करेगा.

अब तक 14.76 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान : महाकुंभ 2025 में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान के साथ शुरू हुए मेले में अब तक 14.76 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई है. 28 जनवरी को खबर लिखे जाने तक लगभग 1.25 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. शाम तक यह संख्या 3 करोड़ पहुंच सकती है. मौनी अमावस्या के महा स्नान पर्व पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है.

यह भी पढ़ें : महाकुंभ की भीड़ से बनारस-अयोध्या चोक; दोनों शहरों में रोज पहुंच रहे 35 लाख से अधिक श्रद्धालु, सड़कों-गलियों में तिल रखने की जगह नहीं - PRAYAGRAJ MAHAKUMBH 2025

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के सबसे बड़े अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं का रेला चला आ रहा है. संगमनगरी की सभी सड़कें फुल हो चुकी हैं. सभी आश्रय स्थल, होटल भर चुके हैं. पूरा संगम क्षेत्र अट-पट सा गया है. ड्रोन की जो तस्वीरें हैं, उसमें संगम नोज पर तिल रखने की जगह नहीं बची है. भीड़ को देखते हुए लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन–पूजन बंद कर दिया गया है.

महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है. (Photo Credit; ETV Bharat)

प्रशासन ने 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद के हिसाब से अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने में देर रात तक बैठकें कीं. इतनी अपार भीड़ देखकर प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए हैं. लगातार ट्रेनों-बसों और अपने साथनों से आ रही भीड़ को होल्डिंग एरिया में रोकना पड़ रहा है. पुलिस की टीम लगातार एनाउंसमेंट कर रही है. भीड़ न लगाने की अपील कर रही है. जल, थल और नभ से सुरक्षा घेरा अभेद्य कर दिया गया है. एआई कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है.

महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़.
महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़. (Photo Credit; ETV Bharat)

10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान: महाकुंभ 2025 में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के मौनी अमावस्या पर आने का अनुमान है. प्रशासन ने भी 1 लाख सुरक्षाकर्मी मेले में लगाए हैं. महाकुंभ में सुरक्षा व्यस्था चाक चौबंद कर दी गई है. NSG, ATS जैसी सुरक्षा एजेंसियों ने अपना मोर्चा संभाल लिया है. 25 जनवरी रात 8 बजे से ही महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों की एंट्री बैन कर दी गई है. सारे पास निरस्त कर दिए गए हैं. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को वसंत पंचमी के अमृत स्नान के कारण महाकुंभ क्षेत्र में 5 फरवरी तक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. श्रद्धालुओं को 7 प्रमुख रूट्स पर निर्धारित किए गए पार्किंग स्थलों में ही वाहन खड़े करने होंगे. वहां से शटल बसों से महाकुंभ के नजदीक तक या पैदल आना होगा.

महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़.
महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़. (Photo Credit; ETV Bharat)

आइए अब जानते हैं संगम तक कैसे पहुंचें?

अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं और आपको संगम स्नान के लिए आना है तो स्टेशन से उतरकर आप फ्री सेवा में चलाई गईं परिवहन निगम की शटल बसों का प्रयोग कर संगम क्षेत्र के नजदीक तक आ सकते हैं. वहां से आप पैदल चलकर संगम क्षेत्र में स्नान के लिए जा सकते हैं. शटल बसें आपको संगम क्षेत्र के 3 से 5 किलोमीटर दायरे में छोड़ देंगी. इसके बाद आप पैदल चलकर संगम में महास्नान कर सकते हैं. इस स्टॉप पर भी आपके लिए शटल बसों की सुविधा दी गई है. 500 शटल बसें श्रद्धालुओं को संगम के नजदीक तक चलाने के लिए ही लगाई गई हैं. सड़कों परज्यादा भीड़ बढ़ने पर शटल बसों का संचालन भी बंद हो सकता है. अगर ऐसी स्थिति आती है तो आप यह मान कर चलिए कि आपको 15 से 20 किलोमीटर पैदल चलने के बाद ही संगम में अमृत स्नान करने का सौभाग्य मिलेगा.

जानिए किस रूट पर आएं तो वाहन कहां पार्क करें?

  • जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहन

चीनी मिल पार्किंग
पूरे सूरदास पार्किंग गारापुर रोड
समयामाई मंदिर कछार पार्किंग
बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग.

निर्देश:- जौनपुर की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.

  • वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन

महुआ बाग थाना झूंसी पार्किंग, अखाड़ा पार्किंग
सरस्वती पार्किंग झूंसी रेलवे स्टेशन
नागेश्वर मंदिर पार्किंग
ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग
शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग

निर्देश:- वाराणसी की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में वाहनों को खड़ा करके पैदल छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.

  • मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहन

देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवईया/देवरख
ओमेंक्स सिटी पार्किंग
गजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग

निर्देश:- मिर्जापुर की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में वाहनों को खड़ा करके पैदल अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

  • रीवा-बांदा-चित्रकूट की तरफ से आने वाले वाहन

नवप्रयागम पार्किंग पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार
एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी
महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग
मीरखपुर कछार पार्किंग

निर्देश:- रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में वाहनों को खड़ा करके पैदल ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बांध से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

  • कानपुर-कौशांबी की तरफ से आने वाले वाहन

काली एक्सटेंशन प्लाट नंबर 17 पार्किंग
इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान
पार्किंग दधिकांदो मैदान पार्किंग

निर्देश:- कानपुर-कौशाम्बी की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल जीटी जवाहर चौराहा होते हुए काली मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे |

  • लखनऊ-प्रतापढ़ की तरफ से आने वाले वाहन

गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग
नागवासुकी पार्किंग
बक्शी बांध कछार पार्किंग
बड़ा बागड़ा पार्किंग 01/02/03
आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा

निर्देश:- लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करके पैदल नागवासुकी की मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

  • अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहन

शिव बाबा पार्किंग में पार्क कराया जाएगा

निर्देश:- अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले उपरोक्त पार्किंग में अपने वाहन को खड़ा करके संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

पैदल यात्रियों के लिए ये मार्ग हैं तय

संगम आने का पैदल मार्ग- संगम आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैंप से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक ले जाया जाएगा.

संगम से वापसी का पैदल मार्ग- संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इण्टर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य को लौट सकेंगे. उल्लेखनीय है कि संगम मेला क्षेत्र में जाने के लिए प्रवेश मार्ग जवाहरलाल नेहरू मार्ग काली सड़क से एवं निकास मार्ग त्रिवेणी मार्ग प्रस्तावित है.

मौनी अमावस्या पर महासुरक्षा, जल, थल और आकाश से होगी निगहबानी: मौनी अमावस्या पर जल, थल और नभ से निगरानी की जाएगी. संगम क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है. कोई भी ड्रोन नहीं उड़ा सकेगा. बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर उसे पुलिस के एंटी ड्रोन मार गिराएंगे. लगभग 1 लाख पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवान तैनात रहेंगे. इसके अलावा एसडीआरफ, एनडीआरएफ और फायर के भी जवान मुस्तैद रहेंगे. मेला क्षेत्र में 2750 AI बेस्ड सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा लगभग 100 वीएमडी स्क्रीन लगाए गए हैं. महाकुंभ को 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थाने व 155 चौकियों में विभाजित किया गया है. मेले में 10 बीडीडीएस, एंटी सबोटाज की टीम, महिला कमांडो की भी तैनाती की गई है. संगम नोज पर भीड़ अधिक होने पर घुड़सवार पुलिस को भी तैयान किया गया है. 100 गोताखोरों को भी तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में एनएसजी व एटीएस कमांडो भी तैनात की गई है. यही नहीं मेला क्षेत्र में स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है. सादी वर्दी में भी पुलिस श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेगी. एआई कैमरों से भी गहन निगरानी रहेगी.

महाकुंभ में मौनी अमावस्या को लेकर 7 स्तरीय सुरक्षा घेरा : महाकुंभ 2025 के एसएसपी राजीव तिवारी ने बताया कि महाकुंभ में 7 चक्रीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है. श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए रूट डायवर्जन और ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. निर्धारित रूट्स पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है. अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग में खड़ाकर संगम स्नान के लिए आना होगा. महाकुंभ मेले के सभी प्रवेश मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की जांच और निगरानी की जा रही है.

अखाड़ों के अमृत स्नान का रूट और क्रम तय:

  • पहले सुबह 5:00 बजे महानिर्वाणी अखाड़े के नागा संन्यासी स्नान करेंगे, इसके बाद श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा स्नान करेगा.
  • सुबह 5.50 बजे निरंजनी अखाड़ा और आनंद अखाड़ा स्नान करेंगे.
  • सुबह 6.45 बजे जूना अखाड़ा का स्नान होगा, इसके बाद अवाहन अखाड़ा और पंच अग्नि अखाड़ा एक साथ स्नान करेंगे.
  • सुबह 9.25 बजे बैरागी अखाड़े के संत स्नान करेंगे, फिर 10.05 बजे दिगंबर अखाड़े के साधु-संत स्नान करेंगे.
  • 11.05 बजे निर्मोही अखाड़े के साधु-संत स्नान करेंगे, और आखिरी में उदासीन परंपरा के तीनों अखाड़े स्नान करेंगे.
  • दोपहर 12 बजे पंचायती अखाड़े के साधु-संत अमृत स्नान करेंगे, और 1.05 बजे पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन स्नान करेगा.
  • अंत में पंचायती निर्मल अखाड़ा दोपहर 2.25 बजे स्नान करेगा.

अब तक 14.76 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान : महाकुंभ 2025 में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान के साथ शुरू हुए मेले में अब तक 14.76 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई है. 28 जनवरी को खबर लिखे जाने तक लगभग 1.25 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. शाम तक यह संख्या 3 करोड़ पहुंच सकती है. मौनी अमावस्या के महा स्नान पर्व पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है.

यह भी पढ़ें : महाकुंभ की भीड़ से बनारस-अयोध्या चोक; दोनों शहरों में रोज पहुंच रहे 35 लाख से अधिक श्रद्धालु, सड़कों-गलियों में तिल रखने की जगह नहीं - PRAYAGRAJ MAHAKUMBH 2025

Last Updated : Jan 28, 2025, 3:19 PM IST
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