सागर: बच्चों में कुपोषण बड़ी समस्या है. इसके लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है. खासकर आंगनवाड़ियों, प्राइमरी और मिडिल स्कूल में मिड डे मील के जरिए बच्चों को पोषण आहार सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है. बच्चों को पोषण से भरपूर खाना मिले इसके लिए सागर के नवागत कलेक्टर संदीप जी आर ने शानदार पहल की है. दरअसल, एक ही तरह के स्वाद और भोजन के चलते आंगनवाड़ी और स्कूलों के भोजन में बच्चे रुचि नहीं दिखाते हैं. ऐसे में बच्चों को पोषण प्रदान करने के सरकारी प्रयास कमजोर पड़ जाते हैं.
नवागत कलेक्टर का नवाचार
जिले के नवागत कलेक्टर संदीप जी आर ने नवाचार के तहत बच्चों को दिए जाने वाले भोजन को रुचिकर और पौष्टिक बनाने के लिए रंगीन रोटी अभियान की शुरुआत की गई है. इसके तहत बच्चों को मिलेट्स से तैयार रंग बिरंगी रोटी खिलाई जाएगी. रंग बिरंगी रोटी बनाने के लिए सब्जी, फल और कंद का उपयोग किया जाएगा. रंगीन रोटी जहां स्वादिष्ट बन जाएगी, वहीं अपने अलग रंग और स्वरूप के कारण बच्चों को आकर्षित करेगी. फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 30 अगस्त से कुछ आंगनवाड़ियों में ये काम शुरू कर दिया गया है और परिणाम आशाजनक आ रहे हैं. महिला एवं बाल विकास विभाग जल्द ही पूरे जिले में अभियान शुरू कर देगा.
इस तरह बनाई जा रही हैं रंगीन रोटियां
रंगीन रोटियां किसी कलर के जरिए नहीं, बल्कि पालक, चुकंदर, गाजर, टमाटर और सुपर फूड के नाम से जाने वाले मुनगा के जरिए बनायी जाएंगी. कुपोषित और अस्वस्थ बच्चों की सेहत में रंगों के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सब्जियां पोषक तत्व प्रदान करेंगी. कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सभी परियोजना अधिकारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को रंगीन रोटी अभियान के माध्यम से बच्चों को सेहतमंद बनाने को कहा जाए. इस अभियान से बच्चों को पोषण युक्त आहार मिलेगा. वहीं रंगीन रोटी और दाल से बच्चों की भोजन में रुचि भी बढ़ेगी.