इंदौर: बैंक में ड्यूटी के दौरान एक कांस्टेबल ने रविवार को आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि आरक्षक के खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी, जिसके चलते वह काफी डिप्रेशन में था. फिलहाल पूरे ही मामले में पुलिस जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. वहीं, परिजन कई तरह के आरोप भी लगा रहे हैं.
परिजनों ने पुलिस व पत्रकार पर लगाए आरोप
जानकारी के अनुसार मुकेश लोधी की नाइट ड्यूटी यूको बैंक में लगी थी. वह ड्यूटी पर तैनात था, लेकिन सुबह वहां उसका शव मिला. मृतक मुकेश लोधी के भाई वीरेंद्र सिंह ने कहा, " पूर्व में वे विजयनगर थाने में पदस्थ थे. लेकिन विभागीय जांच के चलते उन्हें वहां से हटा दिया गया. उन पर झूठे आरोप लगाकर कार्रवाई कर रहे थे, जिसके बाद से वे तनाव में थे. जिसमें एक पत्रकार शामिल था, जिसने झूठा केस दर्ज करवाया था." फिलहाल पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.
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काफी दिनों से डिप्रेशन में था कांस्टेबल
इस मामले में बताया गया कि मुकेश लोधी ग्वालियर का रहने वाला था. परिवार में उसकी पत्नी और 2 बच्चे हैं. वहीं, उसकी बहन की पूर्व में ही सड़क हादसे में मौत भी हो गई थी, जिसके बाद से वह तनाव में रहता था. उसके बाद विभागीय जांच के कारण भी काफी दिनों से डिप्रेशन में था. फिलहाल आरक्षक मुकेश का कोई आत्महत्या नोट नहीं मिला है. एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया, '' आरक्षक की रात्री 2 बजे से 8 बजे तक की बैंक में ड्यूटी लगी हुई थी. लेकिन सबुह उसका शव पाया गया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है."