नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर 25 मई को चुनाव होना है. इस बीच आम आदमी पार्टी में बगावत लगातार तेज होती जा रही है. अब दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने दिल्ली सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जल्द वह मुख्यमंत्री केजरीवाल का असली चेहरा कर्मचारियों के बीच लाएंगे.
गहलोत ने कहा कि चेयरमैन बनने से बहुत आशा और उम्मीद इस सरकार के साथ थी. दिल्ली सरकार कर्मचारियों के हित में कार्य करेगी, लेकिन दिल्ली सरकार ने केवल ढाक के तीन पात वाली कहावत को ही चरितार्थ किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार AAP सरकार ने एमसीडी में सरकार बनने से पहले सभी कर्मचारियों को नियमित करने, एरियर का भुगतान करने, मेडिकल सुविधा देने के लिए गारंटी दी थी, उसमें से एक भी गारंटी पूरी नहीं की है. केवल एक दो महीने एक तारीख को वेतन देकर लीपापोती कर दी गई है.
गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत सफाई कर्मचारी आज भी हड़ताल पर हैं. इसके पीछे की एक बड़ी वजह यह भी है कि कर्मचारियों को पिछले 3 माह से वेतन नहीं मिला है. इसके अलावा दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी में पिछले 35 महीनों से स्टॉफ को वेतन नहीं मिला है. वहां, कार्यरत महिलाओं ने तो अपने ज़ेवर, गहने भी बेच दिये हैं. इससे साबित होता है कि दिल्ली सरकार दलित विरोधी सरकार है.