अयोध्या:पूरे हर्ष और उल्लास उत्साह के साथ 22 जनवरी की दोपहर 12:20 पर प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हो गया है. देश भर से लगभग 8000 से अधिक आमंत्रित अतिथि इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभु श्री राम की आरती उतारने के साथ ही नवनिर्मित राम मंदिर को राम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिया गया है. इसी के साथ लगभग 500 वर्षों की प्रतीक्षा समाप्त हो गई और प्रभु श्री राम अपने नवीन मंदिर में आसीन हो गए हैं.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित किए गए लगभग सभी अतिथि इस आयोजन में शामिल हुए हैं. हालांकि विपक्ष के नेताओं ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी है. इन सब के बीच उन राम भक्तों की कमी खली, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था. इस आंदोलन से जुड़े तमाम राम भक्त अब इस दुनिया में नहीं है. वहीं, डॉ मुरली मनोहर जोशी और डॉ. लालकृष्ण आडवाणी ऐसे आमंत्रित अतिथि थे, जो आमंत्रण के बाद भी स्वास्थ्य कारणों के चलते इस आयोजन में शामिल नहीं हो सके.
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